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दोराहा (मार्मिक उपन्यास)
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दोराहा (मार्मिक उपन्यास)
Ebook59 pages29 minutes

दोराहा (मार्मिक उपन्यास)

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दो शब्द
दूसरी समुद्री यात्रा
पहली समुद्री यात्रा
रोहित के बिना
कॉलेज वापसी
सुख की ओर

हँसते खेलते जीवन में अचानक आ गए भयानक तूफ़ान के कारण जब वो एक दोराहे पर खड़ी हो जाती है तो उसको ना सिर्फ अपने बारे में सोचना पड़ता है बल्कि अतीत के द्वारा प्रदान किये गए एक जीते जागते खूबसूरत फल के बारे में भी सोचना पड़ता है।

पीछे दुखद अतीत की मार्मिक घटना है, और आगे उज्जवल भविष्य की उम्मीद, लेकिन वो भविष्य को चुनकर जब जीवन में आगे बढ़ने लगती है तो उसको आभास होता है के जिस मासूम के लिए उसने भविष्य की उम्मीद को अपनाया था वो वैसा नहीं साबित होता है जैसे उसने सोचा था।

भविष्य भी उसको प्रेम का एक जीता जागता फल देता है पर वो एक सोचों के बवंडर में फंस जाती है के वो अतीत के फल को ज्यादा महत्त्व दे या भविष्य के फल को क्योंकि वो तो दोनों फलों का हिस्सा है लेकिन उन दोनों फलों को प्रदान करने वाले दो अलग अलग इंसान हैं।

शायद आप उलझ गए होंगे के इस प्रकार का अलंकारिक या प्रतीकात्मक वर्णन की क्या जरूरत थी, साफ साफ़ कहानी के विषय के बारे में भी तो बताया जा सकता था, लेकिन मेरा मानना है के इस शब्दों के जाल से आप खुद निकलें और खुद इन अलंकारों और प्रतीकों के पीछे के अर्थ जानें तो ही अच्छा होगा!

शुभकामना

मोहिनी कुमार

Languageहिन्दी
PublisherRaja Sharma
Release dateSep 22, 2022
ISBN9781005911447
दोराहा (मार्मिक उपन्यास)

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    दोराहा (मार्मिक उपन्यास) - मोहिनी कुमार

    दो शब्द

    हँसते खेलते जीवन में अचानक आ गए भयानक तूफ़ान के कारण जब वो एक दोराहे पर खड़ी हो जाती है तो उसको ना सिर्फ अपने बारे में सोचना पड़ता है बल्कि अतीत के द्वारा प्रदान किये गए एक जीते जागते खूबसूरत फल के बारे में भी सोचना पड़ता है।

    पीछे दुखद अतीत की मार्मिक घटना है, और आगे उज्जवल भविष्य की उम्मीद, लेकिन वो भविष्य को चुनकर जब जीवन में आगे बढ़ने लगती है तो उसको आभास होता है के जिस मासूम के लिए उसने भविष्य की उम्मीद को अपनाया था वो वैसा नहीं साबित होता है जैसे उसने सोचा था।

    भविष्य भी उसको प्रेम का एक जीता जागता फल देता है पर वो एक सोचों के बवंडर में फंस जाती है के वो अतीत के फल को ज्यादा महत्त्व दे या भविष्य के फल को क्योंकि वो तो दोनों फलों का हिस्सा है लेकिन उन दोनों फलों को प्रदान करने वाले दो अलग अलग इंसान हैं।

    शायद आप उलझ गए होंगे के इस प्रकार का अलंकारिक या प्रतीकात्मक वर्णन की क्या जरूरत थी, साफ साफ़ कहानी के विषय के बारे में भी तो बताया जा सकता था, लेकिन मेरा मानना है के इस शब्दों के जाल से आप खुद निकलें और खुद इन अलंकारों और प्रतीकों के पीछे के अर्थ जानें तो ही अच्छा होगा!

    शुभकामना

    मोहिनी कुमार

    Chapter 2

    दूसरी समुद्री यात्रा

    समुद्री यात्रा का अपना अनूठा रोमांच होता है और यात्रा करने वालों की बहुत सी अपेक्षाएं होती हैं, क्योंकि आपकी नाव या जहाज के चारों ओर पानी के विशाल विस्तार के अलावा कुछ भी नहीं होता है, और आपको अपनी नाव या जहाज की उस सूक्ष्म दुनिया में घंटों, दिनोंमहीनों और कभी-कभी वर्षों तक समय गुजरना पड़ सकता है।

    हालांकि, किसी विलासितापूर्ण पर्यटक पानी के जहाज से यात्रा करना एक अलग चीज होती है, क्योंकि समय सीमा निर्धारित होती है, और लक्ज़री क्रूज़ (विलासितापूर्ण पर्यटक पानी का जहाज) पर बहुत से मनोरंजन के साधन होते हैं, और नए लोगों से मिलना हमेशा संभव होता है।

    मौसम बहुत ही सुहाना था और हर दिन की तरह ही उस दिन भी मुंबई से गोवा के लिए पर्यटक पानी का जहाज रवाना होने के लिए तैयार था। जहाज का आखिरी सायरन पहले ही बज चुका था।

    सभी यात्री पहले से ही जहाज के डेक पर खड़े बंदरगाह पर अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को हाथ हिला रहे थे। बंदरगाह पर उन्हें विदा करने आए लोग भी उतने ही उत्साहित थे और जोर जोर से हाथ हिला रहे

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