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कुछ भी हो सकता है
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कुछ भी हो सकता है

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कुछ भी हो सकता है
कॉपीराइट
तालिका
दो शब्द
मैं कैसी थी
परिवर्तन
अपने कमरे में
अगले दिन
कार्तिक
आराम की सलाह
अनूठा बदलाव

हमारी इस कहानी में ना तो कोई रहस्य है और ना ही कोई ऐसी बात जो आपके रोंगटे खड़े कर दे, पर इसमें वो सबकुछ है जो एक प्यार भरी प्रेम कहानी में होना चाहिए!

ये एकदम सीधी साधी सरल भाषा में लिखी ऐसी प्रेम कहानी है जिसको पढ़ते हुए आपको अवश्य ही आनंद की अनुभूति होगी; तो हो जाइए तैयार प्रेम की इस सुन्दर कहानी के प्यारे से अनुभव को पढ़ने के लिए!

शुभकामना

मोहिनी कुमार

Languageहिन्दी
PublisherRaja Sharma
Release dateSep 14, 2022
ISBN9781005801076
कुछ भी हो सकता है

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    कुछ भी हो सकता है - मोहिनी कुमार

    कुछ भी हो सकता है

    मोहिनी कुमार

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    कॉपीराइट@२०२२ मोहिनी कुमार

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    तालिका

    कुछ भी हो सकता है

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    तालिका

    दो शब्द

    मैं कैसी थी

    परिवर्तन

    अपने कमरे में

    अगले दिन

    कार्तिक

    आराम की सलाह

    अनूठा बदलाव

    दो शब्द

    हमारी इस कहानी में ना तो कोई रहस्य है और ना ही कोई ऐसी बात जो आपके रोंगटे खड़े कर दे, पर इसमें वो सबकुछ है जो एक प्यार भरी प्रेम कहानी में होना चाहिए!

    ये एकदम सीधी साधी सरल भाषा में लिखी ऐसी प्रेम कहानी है जिसको पढ़ते हुए आपको अवश्य ही आनंद की अनुभूति होगी; तो हो जाइए तैयार प्रेम की इस सुन्दर कहानी के प्यारे से अनुभव को पढ़ने के लिए!

    शुभकामना

    मोहिनी कुमार

    मैं कैसी थी

    जिंदगी ऐसी भी हो सकती है, मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी... मैं एक ऐसी बेवकूफ थी जिसकी जिंदगी सिर्फ किताबों में सिमट कर रह गई थी।

    लेकिन यह ठीक ही कहा गया है जीवन में कुछ भी हो सकता है और इसी तरह मेरी जिंदगी भी उससे मिलने के बाद बदल गई।

    मुझे अपने बारे में पता चला जिसे मैंने बचपन में कहीं खो दिया था और खुद को केवल किताबों के प्रति समर्पित कर दिया था और जीवन के लिए मेरा लक्ष्य हमेशा प्रथम रैंक प्राप्त करना ही बन गया था; और मुझे किसी और चीज की परवाह नहीं थी जिनके प्रति शायद मेरी उम्र की सभी लड़कियां जागरूक थीं (चाहे वह रंग रूप हो या कपड़े या बाल और न जाने क्या क्या; सभी तथाकथित लड़कियों का सामान, मेरे पास कुछ नहीं था)।

    मेरी दुनिया केवल किताबों तक ही सीमित थी और मैं खुश थी क्योंकि मेरे माता-पिता मुझ पर गर्व करते थे, मेरी चचेरी बहनो के अलावा मेरे परिवार के सभी सदस्य भी मुझसे प्यार करते थे, मेरी चचेरी बहने मुझसे ईर्ष्या करती थी, क्योंकि हर बार कक्षा

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