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कोचीन कहानियाँ
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Ebook42 pages24 minutes

कोचीन कहानियाँ

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About this ebook

माधवन पिल्लई बीस वर्षों दुबई में नौकरी करने के पश्चात वापस केरल आ गये। उन्होंने सोच रखा था ज़िंदगी भर मेहनत करके जो पैसे बचाये थे उसका अब वह सुख भोगेंगे । क्या ऐसा हो सका ?

Languageहिन्दी
Release dateJul 22, 2021
ISBN9781005093143
कोचीन कहानियाँ
Author

Ravi Ranjan Goswami

Ravi Ranjan Goswami is a native of Jhansi, Uttar Pradesh, India.  He is a retired Indian Revenue Service officer,and former  Assistant Commissioner of Customs at Cochin. He writes poetry in Hindi and fiction in Hindi and English. He especially enjoys telling stories.

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    कोचीन कहानियाँ - Ravi Ranjan Goswami

    कोचीन कहानियाँ

    रवि रंजन गोस्वामी

    1

    भाग्य

    माधवन पिल्लई बीस वर्षों दुबई में नौकरी करने के पश्चात वापस केरल आ गये। उन्होंने सोच रखा था ज़िंदगी भर मेहनत करके जो पैसे बचाये थे उसका अब वह सुख भोगेंगे । उनकी पत्नी लता कोचीन के एक महाविद्यालय में हिन्दी की प्राध्यापिका थी और सेवा निवृत हो चुकी थीं । सर्विस में रहते हुए दोनों लोग साल में तीन चार माह से अधिक साथ में कभी नहीं रहे थे । कभी बेटे शशि के साथ छुट्टियों में लता पति के पास दुबई चली जातीं थी । कभी छुट्टी मिलने पर माधवन कोचीन आ जाते ।

    बेटा शशि बड़ा हो गया था । उसने सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी लेकिन नौकरी वह सेंट्रल एक्साइज विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कर रहा था । अपनी नौकरी से वो संतुष्ट भी था ।

    माधवन तृश्शूर के रहने वाले थे । सेवानिवृत्ति के पश्चात रहने के लिये उन्होंने तृश्शूर में ही एक दो मंज़िला मकान बनवाया था । मकान बहुत सुंदर और आधुनिक सुख सुविधाओं से सम्पन्न था । शशि की पोस्टिंग अलवाये में थी जो अधिक दूर नहीं था । अतः शशि माता पिता के साथ ही रहता था । कुल मिलाकर माधवन और उनके परिवार का जीवन खुश हाल था । कुछ दिनों पहले शशि के विवाह के लिये एक लड़की का प्रस्ताव आया था ।

    उस दिन सुबह से बारिश हो रही थी । वैसे पिछले दो तीन दिन से लगातार बारिश हो रही थी ।

    दोपहर के खाने के बाद वे तीनों ड्राइंग रूम में बैठ कर टी वी देखते हुए शशि के विवाह के संबंध में बाते कर रहे थे ।

    माधवन ने लता से कहा , " लड़की कोचीन की है और तुम्हारे कॉलेज में पढ़ी है । तुम्हें याद है कभी देखा हो ?

    लता ने शशि से पूछा, क्या नाम बताया था लड़की का ?

    शशि ने कहा, लक्ष्मी ।

    लता बोली, " इस नाम की तो अनेक छात्राएँ थीं । उनमें ये कौन

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