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तीन दोस्त: हिमांशु पाठक की कहानियाँ
तीन दोस्त: हिमांशु पाठक की कहानियाँ
तीन दोस्त: हिमांशु पाठक की कहानियाँ
Ebook62 pages30 minutes

तीन दोस्त: हिमांशु पाठक की कहानियाँ

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About this ebook

About the book:
तीन दोस्त आधारित है ,तीन दोस्तों की कहानी पर। तीनों दोस्त बचपन से एक साथ पढ़ते हैं, खेलते हैं। वे बचपन से यौवन तक का सफर एक साथ तय करते हैं। वो लोग आपस में एक-दूसरे से ये वादा करतें हैं कि तीनों ही दोस्त अपना बुढ़ापा भी एक साथ बिताएंगे ।तीनों दीवारें के अनुसार एक साथ एक ही स्थान में अगल-बगल मकान बनाते हैं ; इनमें से एक दोस्त तो अपना वादा निभाता है पर बाकी के दो दोस्त अपने-अपने बच्चों के साथ अलग-अलग स्थानों पर चलें जातें हैं। दो दोस्तों के साथ उस दौरान कुछ ऐसा घटित होता है कि वो दोनों लौटकर वापस पहाड़ अपनी दोस्त के पास सपरिवार आतें हैं और शेष जीवन व्यतीत करने लगें । ऐसा क्या घटित हुआ उन दोस्तों के साथ ।जानने के लिए अवश्य पढ़ें। हिमांशु पाठक कृत तीन दोस्त ।

Languageहिन्दी
PublisherPencil
Release dateOct 13, 2021
ISBN9789354587979
तीन दोस्त: हिमांशु पाठक की कहानियाँ

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    तीन दोस्त - हिमांशु पाठक

    तीन दोस्त

    हिमांशु पाठक की कहानियाँ

    BY

    हिमांशु पाठक


    pencil-logo

    ISBN 9789354587979

    © Himanshu Pathak 2021

    Published in India 2021 by Pencil

    A brand of

    One Point Six Technologies Pvt. Ltd.

    123, Building J2, Shram Seva Premises,

    Wadala Truck Terminal, Wadala (E)

    Mumbai 400037, Maharashtra, INDIA

    E connect@thepencilapp.com

    W www.thepencilapp.com

    All rights reserved worldwide

    No part of this publication may be reproduced, stored in or introduced into a retrieval system, or transmitted, in any form, or by any means (electronic, mechanical, photocopying, recording or otherwise), without the prior written permission of the Publisher. Any person who commits an unauthorized act in relation to this publication can be liable to criminal prosecution and civil claims for damages.

    DISCLAIMER: The opinions expressed in this book are those of the authors and do not purport to reflect the views of the Publisher.

    Author biography

    हिमांशु पाठक का जन्म उत्तराखंड के कुमाऊँ अंचल के अल्मोड़ा में ,14जुलाई 1970 को हुआ। आप मूलतः गंगोलीहाट के पठख्यूढ़ा गाँव से हैं। आपकी माता श्रीमती गोबिंदी पाठक धार्मिक विचारों की साधारण गृहणी थी व पिताजी श्री  हेमचन्द्र पाठक प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य एवं संस्कृत व हिन्दी के प्रकाण्ड विद्वान थे। 

    आपकी आरम्भिक शिक्षा अल्मोड़ा व शेेेष शिक्षा हल्द्वानी मेंं पूर्ण  हुई। वर्तमान में आप शिक्षा के क्षेत्र में  कार्यरत हैं। शिक्षा के अलावा आपकी रूूचि लेखन व अध्ययन में भी रही है समय-समय पर आपने अनेकों रचनाओं  का सृृृृृजन किया है।जिनमें प्रमुख रचनाएँ निम्न  हैं ।

    पद्य रचनाएँ ÷ ढलता हुआ सूरज, वो गरीब की बेटी,यूूू आएँगे,दो छोर,बाबूजी,चिट्ठी,दीवारें, चाय की चुुस्की, मौन धरो ना,मौन अधरों का,काश कि प्रेमिका मेरे साथ होती, प्रीत की रीत, चाय पर चर्चा, यादों का सफर,तेरी यादों के साये मेंं, आम आदमी, वेेेेदना, हाय जिंदगी,काश आदि

    गद्य रचनाएँ ÷ मैं प्रकृति हूूँ, आँखे, माँ गंगा ने बुलाया है, ढलता हुआ सूरज, एक पुरोधा का अंत, कुसुम दी,उस रात की सुबह,आँँगन, एक था बचपन, बचपन, लौट आओ पहाड़, दीदी की जुबानी-कुमाऊं की कहानी  आदि

    कहानी ÷ एक मोड़ पर, उस मोड़ पर,वो लड़़की,मधुु, खुुुशबु,प्रेम-पथ,भोर का तारा आदि।

    धारावाहिक- तेरहवीं, उस मोड़ पर ।

    उपन्यास- प्रेम के  पर।

    Contents

    तीन दोस्त-1

    तम----!

    तीन दोस्त-1

     1

    आज मौसम में बहुत ही गर्माहट है। धूप है कि मानो आग बरसा रही हो। मार्च के महीने की दो टाँगें टूट चुकी हैं;एक टांग अभी साबुत है। होली का आगमन भी निकट

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