कोचीन कहानियाँ
()
About this ebook
माधवन पिल्लई बीस वर्षों दुबई में नौकरी करने के पश्चात वापस केरल आ गये। उन्होंने सोच रखा था ज़िंदगी भर मेहनत करके जो पैसे बचाये थे उसका अब वह सुख भोगेंगे । क्या ऐसा हो सका ?
Ravi Ranjan Goswami
Ravi Ranjan Goswami is a popular Hindi author from Jhansi, India. He writes in English too. He is an IRS officer and lives in Cochin, Kerala India.
Read more from Ravi Ranjan Goswami
वो बाली साड़ी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsपहले पन्ने Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसंकल्प Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसंवाद (कविता संग्रह ) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअष्ट योगी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsव्यंग लेख एवं कहानियां Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsजानवरों की कहानियां Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related to कोचीन कहानियाँ
Related ebooks
कोचीन कहानियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsजरूरत एवं अन्य कहनियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKayakalp Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAnmol Kahaniyan: Short stories to keep children entertained Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsBaraf Ke Angare Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsChuraya Dil Mera : चुराया दिल मेरा Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKahavato Ki Kahaniya: Popular stories for young children Rating: 4 out of 5 stars4/5Pyar, Kitni Baar! (प्यार, कितनी बार!) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 33) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 45) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 42) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 36) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsलुटेरों का टीला Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकफ़न के लुटेरे Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसन्नाटे की आवाज: औरत और ट्रांस वूमेन की जिंदगी के अनछुए पहलुओं पर फोकस Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकहानियाँ सबके लिए (भाग 8) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsजुलाई की वो रात: कहानी संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकुसुमदी: कुसुमदी-ग्यारह कहाँनियों का संग्रह । Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 38) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsलीड मी टू डेथ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsLal Bahadur Shastri Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsगरीब का नव वर्ष Rating: 1 out of 5 stars1/5नाइन Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsOsho - Ageh Smriti Granth Khand-1 : (ओशो - अगेह स्मृति ग्रंथ खंड-1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKankaal (Hindi) Rating: 1 out of 5 stars1/5तीन दोस्त: हिमांशु पाठक की कहानियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAnandmath - (आनन्दमठ) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsवो एक रात Rating: 0 out of 5 stars0 ratings21 Shreshtha Balman ki Kahaniyan: Madhya Pradesh (21 श्रेष्ठ बालमन ... प्रदेश) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings21 Shreshth Lok Kathayein : Jharkhand (21 श्रेष्ठ लोक कथाएं : झारखण्ड) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Reviews for कोचीन कहानियाँ
0 ratings0 reviews
Book preview
कोचीन कहानियाँ - Ravi Ranjan Goswami
कोचीन कहानियाँ
रवि रंजन गोस्वामी
1
भाग्य
माधवन पिल्लई बीस वर्षों दुबई में नौकरी करने के पश्चात वापस केरल आ गये। उन्होंने सोच रखा था ज़िंदगी भर मेहनत करके जो पैसे बचाये थे उसका अब वह सुख भोगेंगे । उनकी पत्नी लता कोचीन के एक महाविद्यालय में हिन्दी की प्राध्यापिका थी और सेवा निवृत हो चुकी थीं । सर्विस में रहते हुए दोनों लोग साल में तीन चार माह से अधिक साथ में कभी नहीं रहे थे । कभी बेटे शशि के साथ छुट्टियों में लता पति के पास दुबई चली जातीं थी । कभी छुट्टी मिलने पर माधवन कोचीन आ जाते ।
बेटा शशि बड़ा हो गया था । उसने सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी लेकिन नौकरी वह सेंट्रल एक्साइज विभाग में इंस्पेक्टर के पद पर कर रहा था । अपनी नौकरी से वो संतुष्ट भी था ।
माधवन तृश्शूर के रहने वाले थे । सेवानिवृत्ति के पश्चात रहने के लिये उन्होंने तृश्शूर में ही एक दो मंज़िला मकान बनवाया था । मकान बहुत सुंदर और आधुनिक सुख सुविधाओं से सम्पन्न था । शशि की पोस्टिंग अलवाये में थी जो अधिक दूर नहीं था । अतः शशि माता पिता के साथ ही रहता था । कुल मिलाकर माधवन और उनके परिवार का जीवन खुश हाल था । कुछ दिनों पहले शशि के विवाह के लिये एक लड़की का प्रस्ताव आया था ।
उस दिन सुबह से बारिश हो रही थी । वैसे पिछले दो तीन दिन से लगातार बारिश हो रही थी ।
दोपहर के खाने के बाद वे तीनों ड्राइंग रूम में बैठ कर टी वी देखते हुए शशि के विवाह के संबंध में बाते कर रहे थे ।
माधवन ने लता से कहा , " लड़की कोचीन की है और तुम्हारे कॉलेज में पढ़ी है । तुम्हें याद है कभी देखा हो ?
लता ने शशि से पूछा, क्या नाम बताया था लड़की का ?
शशि ने कहा, लक्ष्मी ।
लता बोली, " इस नाम की तो अनेक छात्राएँ थीं । उनमें ये कौन