हम एगो छोट पन्ना पर का लिखी? (भोजपुरी काव्य संग्रह)
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कबो मन मार के रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो संगे मुस्की मार के रहनी
रउआ भलहीं दूर भागत फिरी हमसे
हरदम रउआ खातिर तइयार हम रहनी
दुख से भरल करेजा रहे जे हमार कबो
बाकिर देख के राउर खुसी चहचहात हम रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो संगे मुस्की मार के रहनी
रउआ भलहीं दूर भागत फिरी हमसे
हरदम रउआ खातिर तइयार हम रहनी
दुख से भरल करेजा रहे जे हमार कबो
बाकिर देख के राउर खुसी चहचहात हम रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो संगे मुस्की मार के रहनी
रउआ भलहीं दूर भागत फिरी हमसे
हरदम रउआ खातिर तइयार हम रहनी
दुख से भरल करेजा रहे जे हमार कबो
बाकिर देख के राउर खुसी चहचहात हम रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो संगे मुस्की मार के रहनी
रउआ भलहीं दूर भागत फिरी हमसे
हरदम रउआ खातिर तइयार हम रहनी
दुख से भरल करेजा रहे जे हमार कबो
बाकिर देख के राउर खुसी चहचहात हम रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो संगे मुस्की मार के रहनी
रउआ भलहीं दूर भागत फिरी हमसे
हरदम रउआ खातिर तइयार हम रहनी
दुख से भरल करेजा रहे जे हमार कबो
बाकिर देख के राउर खुसी चहचहात हम रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो संगे मुस्की मार के रहनी
रउआ भलहीं दूर भागत फिरी हमसे
हरदम रउआ खातिर तइयार हम रहनी
दुख से भरल करेजा रहे जे हमार कबो
बाकिर देख के राउर खुसी चहचहात हम रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो मन मार के रहनी
कबो संगे मुस्की मार के रहनी
रउआ भलहीं दूर भागत फिरी हमसे
हरदम रउआ खातिर तइयार हम रहनी
दुख से भरल करेजा रहे जे हमार कबो
बाकिर देख के राउर खुसी चहचहात हम रहनी
वर्जिन साहित्यपीठ
सम्पादक के पद पर कार्यरत
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