कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)
By Raja Sharma
()
About this ebook
विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.
इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पहली पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.
कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.
बहुत धन्यवाद
राजा शर्मा
Raja Sharma
Raja Sharma is a retired college lecturer.He has taught English Literature to University students for more than two decades.His students are scattered all over the world, and it is noticeable that he is in contact with more than ninety thousand of his students.
Related to कथा सागर
Titles in the series (100)
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part Two) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsएक भीगी साँझ Rating: 5 out of 5 stars5/5पूरब और पश्चिम Rating: 5 out of 5 stars5/5प्रेरणा कथाएं: भाग एक Rating: 3 out of 5 stars3/5प्रेरणा कथाएं: भाग दो Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 7) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 5) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsओस की एक बूँद Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part One) Rating: 1 out of 5 stars1/5बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5) Rating: 5 out of 5 stars5/5आज की दुनिया: काव्य संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य सरिता: प्रथम भाग Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part Three) Rating: 5 out of 5 stars5/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 2) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRandom Musings for College Students: Part One Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (2) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (4) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsगरीब का नव वर्ष Rating: 1 out of 5 stars1/5कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 9) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (3) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदेवी दोहावली Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRandom Musings for College Students: Part Three Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsThe Journey Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य सरिता: द्वितीय भाग Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 4) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsऔर गंगा बहती रही Aur Ganga Bahti Rahi Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसाहित्य के फलक पर दमकते सितारे Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related ebooks
प्रेरणा कथाएं: भाग एक Rating: 3 out of 5 stars3/5बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (1) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 33) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमहाभारत के महापात्र: Epic characters of Mahabharatha (Hindi) Rating: 3 out of 5 stars3/5MANORANJAK KAHANIYON SE BHARPOOR KAHAVATE Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsInspirational Stories in Hindi प्रेरणा कथाएं हिंदी में (Part One) Rating: 1 out of 5 stars1/5PAURANIK KAHANIYAN Rating: 5 out of 5 stars5/5JEEVAN ME SAFAL HONE KE UPAYE Rating: 1 out of 5 stars1/5JUNGLE KI KAHANIYAN Rating: 0 out of 5 stars0 ratings21 Shresth Kahaniyan : Mannu Bhandari - (21 श्रेष्ठ कहानियां : मन्नू भंडारी) Rating: 5 out of 5 stars5/5Magic For Children (Hindi): Summarised version of popular stories on love & romance Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमहत्वपूर्ण चीज़ों को ऊपर रखना Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsMAN KI ULJHAN KAISE SULJHAYE Rating: 5 out of 5 stars5/5हनुमान लीला कथाएँ Rating: 5 out of 5 stars5/5अष्ट योगी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsNibandh Sangrah: Collection of topical essays for competitive exams Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAs a Man Thinketh (मनुष्य जैसा सोचता है : Manushya jaisa sochta hai) Rating: 5 out of 5 stars5/5बौद्ध मत और हिंदू धर्म (एक तुलनात्मक अध्ययन) - 2020 Rating: 5 out of 5 stars5/5वर्तमान तीर्थकर श्री सीमंधर स्वामी (s) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsNew Modern Cookery Book (Hindi): Crisp guide to prepare delicious recipes from across the world, in Hindi Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsख़लील जिब्रान की कहानियां Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRamayan Ke Amar Patra : Mahasati Sita - रामायण के अमर पात्र : महासती सीता: Mythology Novel, Fiction Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsगुरु-शिष्य Rating: 4 out of 5 stars4/5Secrets of Super Success Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदुर्वास: Maharshis of Ancient India (Hindi) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsवाल्मीकि रामायण प्रतिपादित सामाजिक व्यवस्था की आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रासंगिकता Rating: 5 out of 5 stars5/5शिवा गौरी: दिव्य प्रेम का जादू: शिवा गौरी, #1 Rating: 1 out of 5 stars1/5Aane Wale Kal Ki Kahaniyan Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsVYAVHAR KUSHALTA Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Reviews for कथा सागर
0 ratings0 reviews
Book preview
कथा सागर - Raja Sharma
राजा शर्मा
www.smashwords.com
Copyright
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)
राजा शर्मा
Copyright@2018 राजा शर्मा
Smashwords Edition
All rights reserved
कथा सागर: 25 प्रेरणा कथाएं (भाग 1)
Copyright
दो शब्द
अवसर तो हैं Avsar to Hain
छोटी छोटी बातें Choti Choti Batein
आदत Aadat
थोड़ा वापिस दे दो Thoda Vapis De Do
टिक टिक टिक टिक Tik, Tik, Tik, Tik
अपनी अपनी नज़र Apni Apni Nazar
कचरे की गाडी Kachre Ki Gadi
दिल और कार का इंजन Dil Aur Car Ka Engine
तैयारी ज़रूरी है Taiyaari Zaroori Hai
खुद को बड़ा कर लो Khud Ko Bada Kar Lo
दुःख को भूलो Dukh Ko Bhulo
अपना अपना काम Apna Apna Kaam
सदुपयोग की कला Sadupayog Ki Kala
पहले स्वयं को देखिये Pahle Swayam Ko Dekhiye
अपनी प्रतिभा को जानिये Apni Pratibha Ko Jaaniye
थोड़ा सा प्यार Thoda Sa Pyaar
प्यार दो प्यार लो Pyaar Do Pyaar Lo
कोई तो कर ही देगा Koi to Kar Hi Dega
ज़रूर सोंचना चाहिये Zaroor Sochna Chahiye
बिना हाथों वाली शेफ (सत्य कथा) Bina Hathon Waali Chef
सही कीमत Sahi Keemat
प्रेमभाव Prembhav
सही गलत दिशा Sahi Galat Disha
अहंकार झुकता है Ahankaar Jhukta Hai
दो शब्द
विश्व के प्रत्येक समाज में एक पीढ़ी द्वारा नयी पीढ़ी को कथाएं कहानियां सुनाने की प्रथा कई युगों से चलती चली आ रही है. प्रारंभिक कथाएं बोलकर ही सुनायी जाती थी क्योंकि उस समय लिखाई छपाई का विकास नहीं हुआ था. जैसे जैसे समय बीतता गया और किताबें छपने लगी, बहुत सी पुरानी कथाओं ने नया जीवन प्राप्त किया.
इस पुस्तक में हम आपके लिए 25 प्रेरणा कथाएं लेकर आये हैं. यह इस श्रंखला की पहली पुस्तक है. हर कथा में एक ना एक सन्देश है और इन कथाओं में युवा पाठकों, विशेषकर बच्चों, के दिमाग में सुन्दर विचार स्थापित करने की क्षमता है. ये पुस्तक आपको निराश नहीं करेगी क्योंकि ये कहानियां दुनिया के विभिन्न देशों और समाजों से ली गयी हैं.
कहानियां बहुत ही सरल भाषा में प्रस्तुत की गयी हैं. आप अपने बच्चों को ऐसी कहानियां पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करके उनपर बहुत उपकार करेंगे. आइये मिलकर कथाओं की इस परम्परा को आगे बढ़ाएं.
बहुत धन्यवाद
राजा शर्मा
अवसर तो हैं Avsar to Hain
एक शहर में चित्रों की एक बहुत ही सुन्दर दुकान थी. एक दिन सुबह सुबह एक ग्राहक उस दूकान में आया. वो उस दुकान में लगे चित्रों को देख कर असमंजस में पड़ गया क्योंकि उसको वो चित्र बहुत अजीब से लगे.
उसने पहले चित्र को देख. उस चित्र में चेहरा बालों से ढका हुआ तहत और पैरों में पंख थे. उसने दुसरे चित्र को देखा. उस चित्र में सिर पीछे से गंजा था.
उस ग्राहक ने दूकान के मालिक से कहा, ये चित्र किसका है?
दुकानदार ने जवाब दिया, ये अवसर का चित्र है.
ग्राहक और असमंजस में पड़ गया पर उसने कहा, इसके चेहरे को बालों से क्यों छुपा रखा है?
दुकानदार में मुस्कुराते हुए कहा, क्योंकि जब भी कोई अवसर मनुष्य के सामने आता है वो उसको पहचान नहीं पाता.
ग्राहक ने फिर कहा, पर इसके पैरों में पंखों का क्या मतलब है?
दुकानदार ने फिर से मुस्कुराते हुए कहा, पंख इसलिए हैं क्योंकि यदि इसको पहचान कर इसका उपयोग न हो तो ये तुरंत उड़ जाता है.
ग्राहक ने फिर दुसरे चित्र को देखते हुए पूछा, और यह दूसरे चित्र मे पीछे से गंजा सिर किसका है?
दुकानार ने कहा, ये पीछे से गांजा सर भी अवसर का ही है. आप यदि चेहरे के ऊपर के बालों को पकड़ लेंगे तो अवसर आपका हो जाएगा, पर यदि आपने उसको पकड़ने में देर कर दी तो ये भाग जाएगा और आप के हाथ से ये गंजा सर भी फिसल जाएगा.
ग्राहक ने मुस्कुराते हुए उस दूकानदार से वो दोनों चित्र खरीद लिए और ख़ुशी ख़ुशी इस नए ज्ञान के साथ घर की तरफ चल दिया.
मित्रों,
हर व्यक्ति के जीवन में अवसर आते हैं और बुद्धिमान लोग दरवाजे खोल कर उस अवसर को घर में बुला लेते हैं, और मूर्ख लोग दरवाजा बंद कर देते हैं. जो लोग अवसर को पहचान कर उसको स्वीकारने का साहस करते हैं,