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बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)
बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)
बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)
Ebook81 pages37 minutes

बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)

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अगर आप एक विचारशील अभिभावक हैं तो आप अपने बच्चों को अवश्य ही सुन्दर सुन्दर ज्ञानवर्धक कहानियां सुनाना चाहेंगे. इस पुस्तक में प्रस्तुत की गयी कहानियां बच्चों के ज्ञान में वृद्धि करने के साथ साथ उनका बहुत मनोरंजन भी करेंगी.

इस श्रंखला की ये पांचवी पुस्तक है. कुछ समय के बाद इस श्रंखला का छठा भाग भी प्रकाशित होने वाला है. आप देश विदेश जहां भी हों अपनी भाषा से जुड़े रहने का ये एक सुन्दर साधन है. आप इस पुस्तक को अपने कम्प्यूटर, आईपैड, टैबलेट, या मोबाईल पर डाउनलोड करके आसानी से पढ़ सकते हैं.

शुबकामनाएं

Languageहिन्दी
PublisherRaja Sharma
Release dateJul 13, 2017
ISBN9781370947904
बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)
Author

Raja Sharma

Raja Sharma is a retired college lecturer.He has taught English Literature to University students for more than two decades.His students are scattered all over the world, and it is noticeable that he is in contact with more than ninety thousand of his students.

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    बच्चों की दुनिया - Raja Sharma

    बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)

    Raja Sharma

    www.smashwords.com

    Copyright

    बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)

    Raja Sharma

    Copyright@2017 Raja Sharma

    Smashwords Edition

    All rights reserved

    बच्चों की दुनिया: ज्ञानवर्धक कहानियां (5)

    Copyright

    दो शब्द

    जो देंगे वो आएगा

    आसान मत बनाइये

    अच्छे काम

    प्रतिध्वनि

    माँ चाहे तो

    सोचिये और निर्णय करिये

    हमारी कमियां

    समस्या आप हैं

    थोड़ा सा सहयोग

    यही है प्यार

    बुरा करो बुरा भोगो

    गरीब को उठाइये

    माँ बाप देते ही हैं

    वो सुन्दर क्षण

    गुरु तो आखिर गुरु ही रहता है

    निस्वार्थ भाव

    गुप्त दान

    शरीर की सुंदरता

    दो शब्द

    अगर आप एक विचारशील अभिभावक हैं तो आप अपने बच्चों को अवश्य ही सुन्दर सुन्दर ज्ञानवर्धक कहानियां सुनाना चाहेंगे. इस पुस्तक में प्रस्तुत की गयी कहानियां बच्चों के ज्ञान में वृद्धि करने के साथ साथ उनका बहुत मनोरंजन भी करेंगी.

    इस श्रंखला की ये पांचवी पुस्तक है. कुछ समय के बाद इस श्रंखला का छठा भाग भी प्रकाशित होने वाला है. आप देश विदेश जहां भी हों अपनी भाषा से जुड़े रहने का ये एक सुन्दर साधन है. आप इस पुस्तक को अपने कम्प्यूटर, आईपैड, टैबलेट, या मोबाईल पर डाउनलोड करके आसानी से पढ़ सकते हैं.

    शुबकामनाएं

    राजा शर्मा

    जो देंगे वो आएगा

    एक गांव में रमन नाम का लड़का अपने गरीब माता पिता के साथ रहता था. वो सुबह सुबह पास के जंगल में लकड़ियां इकठ्ठा करने चला जाता था और शाम को उन लकड़ियों को शहर में लेजाकर बेच देता था. इस तरह वो अपने गरीब परिवार का पालन पोषण करता था.

    एक शाम वो अँधेरा होने से पहले जंगल से घर की तरफ आ रहा था. लकड़ियों का गट्ठर उसके सर पर रखा हुआ था और वो धीरे धीरे चल रहा था.

    एक स्थान पर उसने एक बूढ़े व्यक्ति को देखा. वो जमीन पर लेटI हुआ था और भूख से मर रहा था. रमन उसकी मदद करना चाहता था पर उसके पास खाना तो था ही नहीं.

    उसको बहुत दया आयी पर वो आगे बढ़ गया. सर पर लकड़ियों का गट्ठर होते हुए भी वो मुड़ मुड़ कर उस बूढ़े को देखता जाता था.

    कुछ ही क्षणों के बाद, उसने एक स्थान पर एक पेड़ के नीचे एक हिरन को बैठे पाया. उस हिरन को बहुत प्यास लगी थी पर रमन चाहते हुए भी कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि उसके पास पानी तो था ही नहीं. उसने दया पूर्वक हिरन को देखा और आगे बढ़ गया.

    कुछ दूरी पर ही उसने एक आदमी को देखा. वो जंगल में कुछ दिन बिताने के लिए आया था और उसने अपना कैम्प गाड़ दिया था पर उसके पास जलIने के लिए लकड़ियां नहीं थी. रमन ने उसको कुछ लकड़ियां दे दी..

    उस व्यक्ति ने रमन को लकड़ियों के बदले कुछ खाना और एक बोतल पानी दे दिया. रमन की ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं था.

    उसने लकड़ियों का गट्ठर उस व्यक्ति के कैम्प के पास रख दिया और दौड़ कर उस भूखे बूढ़े व्यक्ति के पास गया. रमन ने उसको कुछ खाना दे दिया.

    फिर रमन दौड़ कर

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