आओ याद करें
()
About this ebook
हिंदी बाल साहित्य की सृजन सुधा अनन्य प्रणयिनी प्रज्ञा गुप्ता ने संपादन, कहानी, बाल कविता, संस्मरण बाल जीवनी के माध्यम से हिंदी बाल साहित्य रचना को नई दृष्टि और गति प्रदान की है। रसायन शास्त्र में एम.एस-सी. प्रज्ञा ने बच्चों को प्रेरक और औत्सुक्य पूर्ण साहित्य रचना और पाठक के प्रति जिज्ञासा वृत्ति को पर्याप्त प्रोत्साहित किया है। उनका बाल साहित्य चिंतन निश्चय ही उपादेय, महत्वपूर्ण और स्तुत्य है।
प्रज्ञा जी हिंदी बाल काव्य की रचना में पूर्णतः निष्णात हैं। उन्होंने वैचारिक चिंतन के माध्यम से हिंदी बाल साहित्य का अनुपम श्रृंगार किया है। “आओ याद करें” प्रज्ञा जी की कालजयी बाल कविताओं का उत्कृष्ट संग्रह है। इसमें कवियित्री का बाल चिंतन समाहित है। जिसमें बच्चों के प्रति उनकी चिरअभिलाषा अभिव्यक्त है। ‘चाह’ कवियित्री की सबसे प्रिय रचना है।
हिंदी बाल साहित्य की सृजन सुधा अनन्य प्रणयिनी प्रज्ञा गुप्ता ने संपादन, कहानी, बाल कविता, संस्मरण बाल जीवनी के माध्यम से हिंदी बाल साहित्य रचना को नई दृष्टि और गति प्रदान की है। रसायन शास्त्र में एम.एस-सी. प्रज्ञा ने बच्चों को प्रेरक और औत्सुक्य पूर्ण साहित्य रचना और पाठक के प्रति जिज्ञासा वृत्ति को पर्याप्त प्रोत्साहित किया है। उनका बाल साहित्य चिंतन निश्चय ही उपादेय, महत्वपूर्ण और स्तुत्य है।
प्रज्ञा जी हिंदी बाल काव्य की रचना में पूर्णतः निष्णात हैं। उन्होंने वैचारिक चिंतन के माध्यम से हिंदी बाल साहित्य का अनुपम श्रृंगार किया है। “आओ याद करें” प्रज्ञा जी की कालजयी बाल कविताओं का उत्कृष्ट संग्रह है। इसमें कवियित्री का बाल चिंतन समाहित है। जिसमें बच्चों के प्रति उनकी चिरअभिलाषा अभिव्यक्त है। ‘चाह’ कवियित्री की सबसे प्रिय रचना है।
वर्जिन साहित्यपीठ
सम्पादक के पद पर कार्यरत
Read more from वर्जिन साहित्यपीठ
बड़ी उम्र की स्त्रियों का प्रेम Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकड़वे सच Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsएक दिन सभी स्त्रियाँ नग्न हो जाएंगी Rating: 4 out of 5 stars4/5सब तुम्हारा Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsचिंगारियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबचपन के झरोखे से (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबिक रही हैं बेटियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsटेम्स की सरगम Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsश्रीरामचरितमानस: एक वृहद विश्लेषण Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsप्रेम प्रसून (काव्य संग्रह) Rating: 5 out of 5 stars5/5मैं हूँ एक भाग हिमालय का Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य-काँकरियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsवर्जिन: काव्य संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकटघरे में राम Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsYah Jo Kadi Hai Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsनिर्णय लेने की शक्ति Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअन्तर्द्वन्द्व Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsविश्व के त्योहार Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsस्कूल का दादा (मनोरंजक व शिक्षाप्रद बालकथाएँ) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsललका गुलाब Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअनुभूतियाँ (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्यादर्श (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsलघुकथा मंजूषा 5 Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअपनी-अपनी व्यथा (लघुकथा संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमेरियां इक्की गज़लां (गज़ल संग्रैह्) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअलंकरण Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsहृदय की देह पर Rating: 5 out of 5 stars5/5छेड़ दो तार (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsयोग और योगा की शक्ति Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related to आओ याद करें
Related ebooks
बचपन के झरोखे से (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदोहाद्युथी Rating: 0 out of 5 stars0 ratings21 Shreshth Balman ki Kahaniyan : Meghalaya (21 श्रेष्ठ बालमन की कहानियां : मेघालय) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings21 Shreshtha Balman ki Kahaniyan: Madhya Pradesh (21 श्रेष्ठ बालमन ... प्रदेश) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsस्वस्तिक Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमैं हूँ एक भाग हिमालय का Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबचपन के गीत Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसोलह शृंगार Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअनुभूति के पल Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsYah Jo Kadi Hai Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअर्पण Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्यधारा Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsTitli ki Seekh (21 Prerak Baal Kahaniyan): तितली की सीख (21 प्रेरक बाल कहानियाँ) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsतीन दोस्त: हिमांशु पाठक की कहानियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमिष्ठी और दादी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsआरजू Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsस्वर सलिला Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकोरे अक्षर Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकोमल कलियाँ: दिल से लिखी गई कविताओं का संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअक्कड़ बक्कड़ (मेरी बाल कविताएँ) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsप्रेम के कितने रंग (कहानी संग्रह): कहानी संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsDadinkowa Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsKavya Prabha: 1, #1 Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमिठास, कड़वाहट की Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsघमंडी सियार व अन्य कहानियाँ (बालकथा संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsहुई हैं चाँद से बातें हमारी (ग़ज़ल संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअनुभव-गीत Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमन की धुन Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsMustri Begum Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकंचनी-बयार (२) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related categories
Reviews for आओ याद करें
0 ratings0 reviews
Book preview
आओ याद करें - वर्जिन साहित्यपीठ
बाल काव्य-संग्रह
आओ
याद करें
प्रज्ञा गुप्ता
वर्जिन साहित्यपीठ
प्रकाशक
वर्जिन साहित्यपीठ
78ए, अजय पार्क, गली नंबर 7, नया बाजार,
नजफगढ़, नयी दिल्ली 110043
9868429241 / sonylalit@gmail.com
सर्वाधिकार सुरक्षित
प्रथम संस्करण - अगस्त 2018
कॉपीराइट © 2018
वर्जिन साहित्यपीठ
कॉपीराइट
इस प्रकाशन में दी गई सामग्री कॉपीराइट के अधीन है। इस प्रकाशन के किसी भी भाग का, किसी भी रूप में, किसी भी माध्यम से - कागज या इलेक्ट्रॉनिक - पुनरुत्पादन, संग्रहण या वितरण तब तक नहीं किया जा सकता, जब तक वर्जिन साहित्यपीठ द्वारा अधिकृत नहीं किया जाता। सामग्री के संदर्भ में किसी भी तरह के विवाद की स्थिति में जिम्मेदारी लेखक की रहेगी।
समर्पण
"आओ याद करें" (बाल काव्य-संग्रह) यह पुस्तक, मैं विश्व के सभी बच्चों को सस्नेह समर्पित करती हूँ। बच्चे विश्व की बगिया की खिलती कलियाँ हैं। वे अपने श्रेष्ठ कर्मों की सुगंध से विश्व में गौरव-गंध फैलायें और मान बढ़ायें। यही मेरी हार्दिक शुभकामनायें हैं।
विनम्र
प्रज्ञा गुप्ता
लेखकीय
मेरे पूज्य गुरु श्री सुमेर सिंह जी चौहान की असीम कृपा से व मेरे माता-पिता श्रीमती त्रिवेणी नेमा एवं डॉक्टर गोपीवल्लभ नेमा (रिटायर्ड हिंदी प्रोफेसर) के आशीर्वाद एवं प्रेरणा से यह पुस्तक बाल-काव्य संग्रह, आओ याद करें
लिखी है जो मैं बच्चों को समर्पित कर रही हूँ । यह पुस्तक इस उद्देश्य से लिखी गई है कि छोटी उम्र के बच्चे भी इन कविताओं को कंठस्थ कर सकेंगे। अनेक विषयों को लेकर मैंने कविता गढ़ने का प्रयास पूरे मनोयोग से किया है। मेरी अंतः प्रेरणा मुझे बार-बार प्रेरित करती रही कि बच्चों के लिए कविता ऐसी सरल भाषा में लिखी जाए जिसे वे खेल-खेल में जल्दी से जल्दी याद कर सकें