कलम के फकीर
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About this ebook
नमस्कार मित्रों मेरी नई पुस्तक " कलम के फकीर " में आपका हार्दिक स्वागत है, मेरी इस पुस्तक में भिन्न भिन्न लेखक लेखिकाओं ने भिन्न भिन्न विषयों पर अपने विचार साझा किए हैं ।
ये सभी लेखक लेखिकाएं देश के हर कोने छोटे , बड़े शहर , गांव , कस्बे से आते हैं । इस पुस्तक में सभी लेखक लेखिकाओं के लेख का संकलन है ।
इस पुस्तक की संकलन कर्ता सृष्टि शिवहरे जी ने अलग अलग प्रांतों से ऐसे लेखकों को चुना है जो अपना लेख प्रकाशित होने का सपना वर्षों से संजोए थे , उनके उन सपनों को साकार करने का प्रयास किया है । और सृष्टि शिवहरे का मुख्य उद्देश्य यही है कि ऐसे प्रत्येक लेखक लेखिकाओं के सपनों को एक उम्मीद की नई किरण देकर उन्हें और आगे जाने के लिए प्रोत्साहित करना है ।
उम्मीद है आप सभी को ये पुस्तक पढ़कर भिन्न भिन्न प्रांतों से आए लेखक लेखिकाओं एवं उनके विचारों से रूबरू होने का मौका मिलेगा और आप भी एक देशभक्त होने के नाते देश को प्रगति की ओर ले जाने का प्रयास करेंगे ।। और आप मेरी इस पुस्तक को उससे अधिक प्यार दोगे जितना अब तक की पुस्तकों को दिया है आपके प्यार के कारण ही आज मैं यहां हूं और सबकी मदद कर पा रही हूं।
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कलम के फकीर - SRISHTI SHIVHARE
कलम के फकीर
सांझा संकलन
––––––––
सृष्टि शिवहरे
संस्थापक
सृष्टि शिवहरे
Copyright © , 2023 , Srishti Shivhare
All Rights Reserved.
This book has been self-published with all reasonable efforts taken to make the material error-free by the author. No part of this book shall be used, reproduced in any manner whatsoever without written permission from the author, except in the case of brief quotations embodied in critical articles and reviews.
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Made with ❤ SRSD Publication
––––––––
Srishti Shivhare
CEO,Founder,Compiler,Editor
SRSD Publication
प्रिय पाठकों , नमस्ते...
हर किसी के जीवन में एक विशेष व्यक्ति होता है मेरी जिंदगी में मेरे मां पापा हैं जिन्होंने मेरा पालन पोषण किया है और उन्होंने मेरे सपने को पूरा करने के लिए मुझे प्रेरित किया है। वह व्यक्ति शायद हममें से कई लोगों के लिए हमारी माँ या पिता होते है या कोई और मेरे मामले में मेरे पिताजी ने मुझे लिखने के लिए प्रेरित किया था। मैं अपने पिताजी को बापू कहकर पुकारती थी ,मेरे बापू की बदौलत ही में आज इस मुकाम पर हूं। मेरे पिता स्व. श्री रामहरी शिवहरे जी एक प्रतिभाशाली कवि थे , जिन्होंने मुझे लिखने के लिए प्रोत्साहित किया ।
मुझे बचपन से ही मेरी मां श्रीमति ममता शिवहरे जी और मेरे पिता ने मेरा बहुत समर्थन किया । पिताजी ने मुझे कविता व गज़ल पढ़कर, सुनाकर मेरी रूचि लेखन के प्रति बढ़ायी । वे ही हैं जिन्होंने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हमेशा मेरा मार्गदर्शन किया है, मुझे प्रोत्साहन दिया है ।
किंतु दुर्भाग्यवश मेरे पिता का साया मुझसे 16 मई 2021 को छिन गया , उनके जाने के बाद ऐसा लगा मानो मैं जिंदा लाश हो गई थी, मेरा दिल ये मानने को कतई तैयार नहीं था कि मेरे बापू मुझसे दूर चले गए ।
मैं रोज रोती बिलखती बस इक उम्मीद में कि प्लीज भगवान बस इक बार मेरे बापू को मुझसे मिला दें । सच कहूं तो मेरे बापू मेरे दिल की धड़कन थे और आज भी है , उनके बिना मैं इक पल भी नहीं रह सकती हूं । उनकी मृत्यु के बाद मैं मानसिक तनाव में चली गई , फिर घरवालों ने बड़ी मुश्किल से मुझे संभाला , मुझे समझाया कि बेटी तुम अपने बापू का नाम रोशन करो वो कहीं नहीं गए तुम्हारे पास ही है । फिर जैसे तैसे मैंने होश संभाला मैंने ठान लिया कि हर हालत में मैं अपने बापू का मेरा लेखक बनने का सपना पूरा करूंगी । पर सच कहूं भले दो साल चार महीने बीत गए उस बात को पर एक भी ऐसा पल नहीं बीता जिस दिन मैंने अपने बापू को याद नहीं किया । रोज आसमान में देखकर सोचती रहती हूं कि मेरे बापू मुझे देख कर खुश हो रहे हैं कि मेरी लाडो ( सृष्टि ) ने सपना पूरा कर दिखाया । बापू की कमी हमेशा खलती है मुझे काश वो आज होते तो देख पाते कि लाडो बहुत अकेली पड़ गई है उनके बिना ।
मेरी यह विशेष पुस्तक और अब तक की सारी पुस्तकें मेरे बापू को समर्पित है।
आपकी प्यारी लाडो
सृष्टि शिवहरे
झांसी , उत्तरप्रदेश
Contents
.
संस्थापक
प्रस्तावना
Disclaimer
Preface
Acknowledgments
Compiler
Srishti Shivhare
Co-Authors
1. डॉ. भागीरथ मेघवाल
2. पी. यादव 'ओज '
3. शिवम शर्मा विशेष
4. अनुराग सिंह
5. डॉ. पंकज कुमार बर्मन
6. नूतन लाल साहू
7. सुनीता कुमारी
8. पीयूषा शर्मा
9. डॉ. दीपिका कौशल
10. कंचन वर्मा
11. डॉ. मिनी. पी
12. संध्या रानी दाश
13. डॉ. बबीता यादव
14. पुष्पेंद्र कुमार कश्यप
15. सुदेश कुमार यादव 'स्वदेशी'
16. अर्चना आनंद
17. प्रयाग धर्मानी
18. रविप्रकाश पाण्डेय
19. सीमा राव
20. मोहन तिवारी
21. स्वाति झा
22. दलपत सिंह राठौड़
23. अनुष्का बंसल
24. अल्पना झा
25. विशाल जैन 'पवा'
26. भगवान सहाय वर्मा
27. मैनबहादुर यादव
28. राजीव कुमार
29. बेद राम जाटवर
30. डॉ. परमानंद शुक्ल
31. सुदेश कुमारी
32. डॉ. पवन कुमार पाण्डे
33. डॉ. चित्रलेखा सिंह
34. रशीद ग़ौरी
35. अमिता मराठे
36. प्रतिभा पाण्डेय प्रति
37. राजीव पैहरबर
प्रस्तावना
नमस्कार दोस्तों कैसे हैं आप सभी उम्मीद है बेहतर और स्वस्थ्य होंगे हैं तो आज मैं मेरी नई पुस्तक जो कि एक सांझा संकलन है कलम के फकीर
में आपका हार्दिक स्वागत करती हूं मेरी इस पुस्तक में बहुत सारे लेखक लेखिकाओं ने अलग अलग विषयों पर अपने विचारों को कविताओं के माध्यम से इस पुस्तक में अंकित किया है । लेखिका सृष्टि शिवहरे ने अलग - अलग देशों , गांवो से कुछ चुनिंदा लेखकों को जोड़ा है और हर एक कविता उन्होंने अपने मार्गदर्शन में प्रकाशित की है। बहुत से ऐसे लेखक होते है जिन्हें लिखने का शौक है लेकिन प्लेटफार्म नही समझ आता है कि किताब कैसे और कहां से प्रकाशित करवाएं । हर चीज को आज के समय में व्यापार बना लिया गया है । इसलिए सृष्टि शिवहरे जी ने SRSD Publication का शुभारंभ किया जिससे ऐसे लेखक लेखिका जो अपनी रचनाओं को किताब में प्रकाशित करने का सपना कई वर्षों से संजोए हुए थे , उस सपने को साकार कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना ही सृष्टि शिवहरे जी का मुख्य उद्देश्य है। और वे सभी को एक उच्चतम प्लेटफार्म के साथ सहयोग भी करती हैं जिसकी संपादक/ संस्थापक लेखिका सृष्टि शिवहरे हैं ।
इस पुस्तक के अंदर आपको प्यार भरी कविताएं , दुख भरी दास्तान , जिंदगी से जूझती शायरी और भी बहुत कुछ पढ़ने को मिलेगा आशा करती हूं आपको मेरी ये पुस्तक बाकी की पुस्तकों की तरह ही पसंद आयेगी