Unmukt Chhand
()
About this ebook
तीनों रचनाकार नितिन श्रीवास्तव, दुर्गा ठाकरे, दीपक बरनवाल भिन्न भिन्न पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं और उनका साथ आकर एक साथ योगदान करके उन्मुक्त छंद की रचना करना अपने आप में एक बहुत ही बड़े सामंजस्य और समझ बुझ का परिचायक है। इनके साथ आने का संयोग अवश्य ही बहुत शुभ था जो कि अंततः उन्मुक्त छंद की प्रणेता बनी। तीनों ने ही अपनी अपनी जीविकोपार्जन के दौरान विभिन्न प्रकार के अनुभवों एवं विभिन्न प्रकार के विद्वानों से तरह तरह से अभिमुख हुए और उन्ही संगतियों और विसंगतियों के बीच बहुत कुछ सीखा और समझा है, हमें अपने विद्वता का दम्भ भरने का साहस कदापि नहीं कर सकते परंतु उन्मुक्त छन्द के द्वारा समाज के समझ अनुभवों को प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं आपको पसंद आएगी। हमारे जीवन में घटित होने वाले घटनाओं से उपजित भावों का संग्रह है, उन्मुक्त छन्द में हमनें सभी तरह के भावों को संजोने का प्रयास किया है चाहे वह प्रेम हो, जीवन पथ में आने वाले तरह तरह के संघर्ष हों, सामाजिक बुराइयों की आलोचना हो, सामाजिक तंत्र से फैली असमानता हो या गुदगुदाते काव्य हों, सभी को हमनें आपके सम्मुख समान भाव से प्रस्तुत करने की चेष्ठा की है। अभी अभी तो उदित हुए हैं, कि, कहीं दूर अनंत है अपना अंत। लक्ष्य एक इस जीवन का, कि, दर्शित काव्य हो हमारा दिग दिगंत। उन्मुक्त छन्द
Related to Unmukt Chhand
Related ebooks
मेरी पहचान (काव्य-लेख संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकंचनी-बयार (२) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअर्पण Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsबांसुरी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsस्पंदन Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य-काँकरियाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमैं हूँ एक भाग हिमालय का Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsज़िंदगी एक अहसास Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसंवेदना Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsDard se daayatv tak Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsनील नभ के छोर Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमेघ गोरे हुए साँवरे (गीत संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य मुद्रिका Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसब तुम्हारा Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsआरजू Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकोरे अक्षर Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsJis Raah Jana Zaruri Hai... Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsफुहार एक हल्की सी (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमेरी कलम रो रही है (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsजज़्बात: ग़ज़ल संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsतरुणाई के तीर (गीत-संग्रह) Rating: 5 out of 5 stars5/5हर बात में तेरा ज़िक्र : 'नज़्में' Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमुट्ठी में सूरज (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsLafz Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअब तिमिर की आँख में कवि Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsस्वस्तिक Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsख़्वाहिशें: ग़ज़ल संग्रह Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकौस्तुभ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsEk Baar To Milna Tha Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्यादर्श (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Reviews for Unmukt Chhand
0 ratings0 reviews