फुहार एक हल्की सी (काव्य संग्रह)
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"फुहार हल्की सी" काव्य संकलन कवियत्री श्रीमती जुगल किशोरी सिंह जी की साहित्यिक यात्रा की इंद्रधनुषी अभिव्यक्ति है। इसमें हिंदी एवं अवधी भाषा में बेहद सरलता से भावों को कागज़ पे उतारा गया है जो उत्तर प्रदेश के लोकगीतों, आत्मीय भावों और सामयिक विषयों को इंगित करते हैं।
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Book preview
फुहार एक हल्की सी (काव्य संग्रह) - Srimati Jugal Kishori Singh
समर्पण
उनको जो बहुत खास हैं, पर पास नहीं है...
लेखिका के कलम से ...
श्रीमती जुगल किशोरी सिंह,
एम ए (हिन्दी), साहित्य रत्न
मुझे बेहद खुशी है कि मेरी कुछ रचनाएं जो काफी पहले लिखी गई थी, कुछ समय के साथ लिखी गई, और कुछ मैं अभी भी लिख रही हूं..... उनमें से कुछ रचनाओं का संकलन साकार हो पाया।
मुझे अत्यंत प्रसन्नता है कि मेरा यह संकलन मेरे बच्चों ने, मेरे बच्चों के बच्चों ने, मेरे अपनों ने, मित्रों ने और मेरे सभी परिवार वालों ने मिलकर, एक बहुत ही अविस्मरणीय उपहार के रुप में मुझे दिया है।
कविताओं के बारे में मैं क्या कहूं...... यह कविताएं मेरे जीवन की परिक्रमा है... इन्होंने कभी मेरी सखी बनके, मेरी खुशियों को साझा किया और कभी मेरा परिवार बनके दुखों को बांटा।
कविताएं मन का दर्पण है कभी मैंने इसमें झांका, कभी समाज की एक खूबसूरत सी छवि देखी और कभी इसमें कष्टप्रद पलों से निकलने की शक्ति भी ईश्वर से