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मेमोरी रीकॉल
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Ebook83 pages46 minutes

मेमोरी रीकॉल

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About this ebook

About the book:
ये कहानी 'अभय शर्मा' की है। जिसकी उम्र करीब २६ या २७ होगी। जो एक बार टेन्डर मे काम करता है। अचानक एक रात वो किड्नैप हो जाता है, एक साइअन्टिस्ट और एक रिसर्च असिस्टन्ट के चलते। साइअन्टिस्ट प्रो. 'श्यामलाल मेहता' करीब ६० साल के है। और रिसर्च असिस्टन्ट 'नंदनी मुखर्जी' जो की उसकी उम्र ३५ साल है। प्रो. 'श्यामलाल मेहता' ने एक मशीन बनाई है जिसे मेमोरी रीकॉल कहते है। उस से इंसान की यादें देखि जा सकती है, जिस से इंसान अपनी यादश्त कभी भूल नहीं सकता। और इस मशीन से पिछले जन्म की यादें भी देखि जा सकती है। और जब 'अभय' को किड्नैप करते है, तब उसे पता चलता है की, उसके कई राज है जो पिछले जन्म से जुड़े है। और वो वही एक लौता है जो दुनिया को बचा सकता है। एक सुनहरी गेंद से। मगर क्या वो कर पाएगा?

Languageहिन्दी
PublisherPencil
Release dateFeb 8, 2022
ISBN9789356101302
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    मेमोरी रीकॉल - विजयकुमार एस कोळी

    मेमोरी रीकॉल

    BY

    विजयकुमार एस कोळी


    pencil-logo

    ISBN 9789356101302

    © Vijaykumar S Koli 2022

    Published in India 2022 by Pencil

    A brand of

    One Point Six Technologies Pvt. Ltd.

    123, Building J2, Shram Seva Premises,

    Wadala Truck Terminal, Wadala (E)

    Mumbai 400037, Maharashtra, INDIA

    E connect@thepencilapp.com

    W www.thepencilapp.com

    All rights reserved worldwide

    No part of this publication may be reproduced, stored in or introduced into a retrieval system, or transmitted, in any form, or by any means (electronic, mechanical, photocopying, recording or otherwise), without the prior written permission of the Publisher. Any person who commits an unauthorized act in relation to this publication can be liable to criminal prosecution and civil claims for damages.

    DISCLAIMER: This is a work of fiction. Names, characters, places, events and incidents are the products of the author's imagination. The opinions expressed in this book do not seek to reflect the views of the Publisher.

    Author biography

    मेरा नाम है विजयकुमार एस कोळी। मैं महाराष्ट्र से हूँ। मेरा जन्म ३ ऑक्टोबर १९९० मे हुआ है। मेरा एजुकेशन एम. कॉम हुआ है। मेरा एक खुद का एक बिजनस है। मुझे बचपन से ही फिल्मे देखने का शौक था, जो ज्यादा तर फिल्मे एक्शन और सस्पेन्स थ्रिलर देखता था। इसे से मुझे किताबे पढ़ने का भी शौक शुरू हुआ। और वो ज्यादा तर उपन्यास जो सुसपेन्स और थ्रिलर से भरे हुए थे। वहीं ज्यादा पढ़ने की वजह से मुझे कहानी लिखने की भी एक प्रेरणा मिली। और मेरी काफी दिलों तमन्ना थी की, मेरी भी एक किताब हो, जो मैंने लिखी हुई हो। और लोग मुझे मेरी किताबों से पहचाने।

    Contents

    मेमोरी रीकॉल

    सुनहरी गेंद

    हत्यारों की प्रशिक्षण

    चार हत्याएं

    काला पर्वत

    सुनहरी गेंद की सच्चाई

    अंतिम

    Epigraph

    दो शब्द

    असल मे क्या कहूँ कुछ समझ मे नहीं आ रहा। फिर भी कहीं से तो शुरुवात करनी ही होगी, तो मुझे फिल्म देखने और विडिओ गेम्स खेलने का बहुत शौक था, हालांकि अभी भी है। बस यूं कहे तो पहले जैसी बात अब फिल्मों मे नहीं रही। और विडिओ गेम कहे तो आज भी कभी कभार खेल लेता हूँ। 

       हालांकि ये बताना सही होगा या नही मैं नही जानता मगर फिर भी नजाने क्यूं मुझे लगता है कि ये बात बताना जरूरी है, तो ये कहानी मुझे एक विडिओ गेम से, मुझे idea मिला। हालांकि उस विडिओ गेम की कहानी अलग है, और इस की कहानी अलग है। और ये कहानी पूरी मैंने लिखी है। ना ये कोई रीमेक है, और नाही कॉपी की हुई है। बस ये मेरी कल्पना शक्ति है। और ये पूरी कहानी काल्पनिक है। बस इसका idea मुझे एक गेम से मिला। लेकिन इसे लिखूँ कैसे ये समझ मे नहीं आ रहा था। वो इस लिए क्यूँ की, मैंने कभी कोई किताब या कोई उपन्यास नहीं पढ़ी थी। फिर उसके लिए मुझे किताब पढ़ना पढ़ा फिर मुझे ‘हैरी पॉटर’ की किताब मिली। जो मैंने इंटरनेट से हासिल की थी। फिर हैरी पॉटर की किताब के कुछ पन्ने पढ़ने के बाद मुझे लिखने का ज्ञान प्राप्त हुआ, या यूं कहे तो किताब यानिकी उपन्यास कैसे लिखते हैं ये समझ आया। फिर भी मुझे बहुत कुछ सीखना था। क्यूँ की, मेरी राइटिंग अभी भी उतनी अछि नहीं थी, या यूं कहे तो अभी भी उतनी अछि नहीं है। ये आपको मेरी ये किताब पढ़ते वक्त जरूर समझ मे आ जाएगा। तो उसके लिए क्षमा चाहता हूँ। और ये मेरी पहली किताब है, लेकिन फिर भी इतनी तो अछि कोशिश जरूर किया हूँ  कि, कहानी को समझाया जा सके। बस मुझे और शब्दावली बढ़ाना है और मुझे और किताब ६०/७० पन्नो से १६०/२६० पन्नो तक बढ़ाना है। तो इसके लिए मुझे बहुत ढेर सारी किताबे पढ़नी है और लिखनी है। और ये मेरा प्रयास अभी भी जारी है, और जारी रहेगा। और मैं ढेर सारी कहानी लेकर आता

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