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मीठी पर्चियाँ: पाती अहसासों की
मीठी पर्चियाँ: पाती अहसासों की
मीठी पर्चियाँ: पाती अहसासों की
Ebook58 pages8 minutes

मीठी पर्चियाँ: पाती अहसासों की

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About the book:
किसी ने बताया नहीं था, पर बचपन में ही यह जान लिया था कि कविताओं में प्रेम का और प्रेम में कविताओं का बड़ा महत्व है. लिखने वाले कलम चलाते हुए कुदरत और क्रांति तक भी पहुंचे, पर ज्यादातर जिंदगियों में पद्य का आगमन बरास्ते प्रेम ही हुआ. होश संभालने के बाद मैंने जो पहली कविता लिखी, वह आधी-अधूरी प्रेम कविता ही थी. साहित्य का संभवत: सबसे लाडला विषय प्रेम ही है. चाहे फिर वो दोस्ती हो, इश्क़ हो या वात्सल्य हो।


ऐसे ही आपके लिए प्रस्तुत हैं कुछ मीठी पर्चियाँ और कविताएँ जो आपके दिल को नहीं वरन रूह को भी छू जाएँगी।


उम्मीद है आपको पसंद आएँगी ...

Languageहिन्दी
PublisherPencil
Release dateDec 16, 2021
ISBN9789355590817
मीठी पर्चियाँ: पाती अहसासों की

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    मीठी पर्चियाँ - स्वेता "निक्की" परमार

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