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Sapano Ki Duniya [Ajeeb Mout] [Toute Ki Aazaadi] [Kaali Billee] [Kabootar]Hindi
Sapano Ki Duniya [Ajeeb Mout] [Toute Ki Aazaadi] [Kaali Billee] [Kabootar]Hindi
Sapano Ki Duniya [Ajeeb Mout] [Toute Ki Aazaadi] [Kaali Billee] [Kabootar]Hindi
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Sapano Ki Duniya [Ajeeb Mout] [Toute Ki Aazaadi] [Kaali Billee] [Kabootar]Hindi

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सपने अजीब भी होते है और अनोखे भी, अच्छे भी होते है और बुरे भी।कुछ सपनो को चाहकर भी भूल नहीं सकते और कुछ सपने कभी-कभी सच भी हो जाते है! तो ऐसे हि अदुभूत और रोमांचक सपनो कि दुनियाँ में तुम्हारा स्वागत है।

Languageहिन्दी
PublisherNeiLesH MaLi
Release dateAug 8, 2016
ISBN9781370298754
Sapano Ki Duniya [Ajeeb Mout] [Toute Ki Aazaadi] [Kaali Billee] [Kabootar]Hindi

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    Sapano Ki Duniya [Ajeeb Mout] [Toute Ki Aazaadi] [Kaali Billee] [Kabootar]Hindi - NeiLesH MaLi

    सपनो कि दुनियाँ... हर सपने में एक कहानी होती है!

    सपने अजीब भी होते है और अनोखे भी, अच्छे भी होते है और बुरे भी।

    कुछ सपनो को चाहकर भी भूल नहीं सकते और कुछ सपने कभी-कभी सच भी हो जाते है!

    तो ऐसे हि अदुभूत और रोमांचक सपनो कि दुनियाँ में तुम्हारा स्वागत है।

    अजीब मौत

    आकाश-वाणी

    Copyright © 2016 by NeiLesH MaLi

    All rights reserved.

    Writer : NeiLesH MaLi

    Editor : Ajay MaLi

    इस पुस्तक को डाउनलोड करने के लिये धन्यवाद। कृपया इस पुस्तक की नकल और वितरण लेखक की अनुमति के बिना नहीं कीजिये। आपका समर्थन ही लेखक की कड़ी महेनत का सम्मान है।

    मैंरा नाम आकाश चौधरी था। गुजरात के वड़ोदरा शहर में रहेनेवाला एक साधारन ईंसान, जो चौकीदार कि नौकरी करता था। २६ मई २००५ मैंरा मरणदिन है। हर रोज कि तरह २५ मई २००५ के दिन रात के ११.३० बजे, मैं अपनी चौकीदारी कि नौकरी से छुटकर अपनी साईकील लिए अपने घर कि तरफ़ निकला। मैरे घर का रास्ता बहोत लम्बा था, करीब एक घंटे का रास्ता था। अब तो १२.०० बज चुके थे, मतलब मैंने आधा रास्ता पार कर लिया था। रात के उस समय हाई-वे पे कोई खास आता-जाता नहीं था। मैरे रास्ते में एक हॉस्पिटल भी आता था। मैं अपनी साईकिल उतनी हि धीरे-धीरे चला रहा था, जैसे कोई ईंसान चलकर हि आगे बढ़ रहाँ हो। उसी रफ़तार से मैं अब उस हॉस्पिटल के मैनगेट के सामने आ पहूँचा। वहा मुझै एक खुबसूरत लड़की दिखी। लम्बे-लम्बे बाल गोरा सफ़ेद चहेरा, मैंने उसे दुर से हि देख लिया था, वह भी मैंरी तरफ़ हि देखे जा रही थी। उसने नर्स के कपड़े पहेने हुवै थे, जाहिर था कि वह उसी हॉस्पिटल

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