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हनुमान चालीसा के तैंतीसवीं चौपाई का अर्थ | हनुमान कथा : भक्त के भगवान
FromKathaDarshan
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Length:
5 minutes
Released:
Mar 23, 2021
Format:
Podcast episode
Description
तुम्हरे भजन राम को पावै । जनम जनम के दुख बिसरावै ॥ 33 ॥
हनुमाजी का भजन करने से भगवान राम प्रसन्न होते हैं तथा सब प्रकार के दु:ख बिसरा कर सुख की प्राप्ति होती है ।यहाँ तुलसीदासजी का आग्रह है कि हमें संतो के भजन गाने चाहिए । भक्तो के भजन गाने चाहिए क्योंकि उसमें जीवन विषय तत्वज्ञान भरा हुआ होता है । जीवन समझाया गया होता है क्या होना है, क्या करना चाहिए तथा क्या बनाना चाहिए यह सब उन भजनों में होता है ।
#HanumanChalisa #HanumanKatha
हनुमाजी का भजन करने से भगवान राम प्रसन्न होते हैं तथा सब प्रकार के दु:ख बिसरा कर सुख की प्राप्ति होती है ।यहाँ तुलसीदासजी का आग्रह है कि हमें संतो के भजन गाने चाहिए । भक्तो के भजन गाने चाहिए क्योंकि उसमें जीवन विषय तत्वज्ञान भरा हुआ होता है । जीवन समझाया गया होता है क्या होना है, क्या करना चाहिए तथा क्या बनाना चाहिए यह सब उन भजनों में होता है ।
#HanumanChalisa #HanumanKatha
Released:
Mar 23, 2021
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Podcast episode
Titles in the series (69)
किस के पास था भगवान श्री राम का राजमुकुट | Ram Vanvas | Ram katha | Ram Banwas | Jai Shri Ram | by KathaDarshan