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Reshami Siharan
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Ebook80 pages18 minutes

Reshami Siharan

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About this ebook

In this collection, you will explore the completeness in the incompleteness of promises made to oneself. A bridge, which in the lifeless, mundane world, sees the colorful affection, hope, and subtle essence through the eyes of memories. Within these hidden strings of

Languageहिन्दी
Release dateFeb 29, 2024
ISBN9789359896755
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    Book preview

    Reshami Siharan - Dr. Sumita Giri

    भूमिका

    यहाँ कहानी-काव्यों-शायरी-नज़्मों के संचयन से मैं, सुमिता गिरी, दन्त चिकित्सा में स्नातकोत्तर, वरिष्ठ अध्यापिका, विभागाध्यक्ष एवं उप संकायाध्यक्ष उन रोजमर्रा के सिलवटी जज़्बातों के सफरनामे को किनारे समेटने का प्रयास करी हूँ, जिन्हें हम जी ज़रूर लेते हैं लेकिन थम कर महसूस कर पाने में असफल रहते हैं।

    लिखायी की आदत अकस्मात ही शुरू हुई जब मैंने अपने सिकुड़े-सिमटे ख़्याल आहिस्ता-आहिस्ता शब्दों में पिरोने का आगाज़ किया। खुद के महसूस किए जीवन के क्षणों को कोरे पन्नों की नमी में हम सब भिगोने की चाहत रखते हैं। यह संकलन एक मार्मिक अभिव्यक्ति है जिसमें मैंने सवालिए निशान की परछाई में, विलुप्त अनगिनत जवाबों की शाखाओं में सवाल समक्ष रखे हैं।

    अनगिनत रंगों में सँवारी हूँ

    जीवन संशय के प्रसंगों को

    जिसे हम सब महसूस कर गुज़रते हैं

    व्यक्तावली कुछ अपनी छिड़की हूँ

    चन्द काव्यों के रूप में

    चन्द चैपालों में

    चन्द शायरी नज़्मों की आज़माइश में

    चन्द कहानी रूपी स्वच्छंद गद्यांशों में

    दिली उम्मीद करती हूँ

    पन्ना दर पन्ना

    ज़िन्दगी के मौसमों की स्याही से

    अपनी कलम की तरकश ज़ुबां से

    रूबरू कराने में कामयाब रहूँ।।

    इस संग्रह में आप खुद से किए गए वादों के अधूरेपन में मुकम्मल जहां तलाशेंगे। एक ऐसा पुल, जो निर्जीव नीरस संसार में यादों की दृष्टि से इनमें भी रंगीन प्रीत, आस और सूक्ष्म जीवन भर दे। इनमें लफ़्ज़ों की बुनी पोशीदा माला में रूहानी जुनून और अनुभव के छुपे धागों का रेशमी सिहरन सा खिलने का एहसास होगा आपको।

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