Discover millions of ebooks, audiobooks, and so much more with a free trial

Only $11.99/month after trial. Cancel anytime.

सिलसिला: दो दिलों की दास्ताँ
सिलसिला: दो दिलों की दास्ताँ
सिलसिला: दो दिलों की दास्ताँ
Ebook191 pages59 minutes

सिलसिला: दो दिलों की दास्ताँ

Rating: 0 out of 5 stars

()

Read preview

About this ebook

इस किताब की रचना इश्क़ की कुछ बुनयादी मसाइल से प्रेरित हो कर की गयी है। इस किताब को लिखने से पहले मैंने सोचा कि इसमें ऐसी क्या ख़ास बात होनी चाहिये जो पढ़ने वाले के मन पर एक गहरी छाप छोड़ जाए। नई दुनिया के नए लहजे को मैं बखूबी समझती हूँ और मुझे उर्दू के लफ़्ज़ों की लज़्ज़त का अंदाज़ा भी है। ये वो सिलसिला है जो दो दिलों को जज़्बात-ए-हक़ के धागे में पिरोता है। इस किताब का हर्फ़ हर्फ़ मेरी और मेरे साथी शायर की ज़िन्दगी के उन एहसासात से जुड़ा है जो हमने इस जिस्म की कोठरी में गुज़ारी है।
इस किताब को लिखने का मक़सद महज़ इतना था कि जो बातें ज़ुबाँ पे आते आते रह गईं उन बातों को हर्फ़ हर्फ़ ढाल कर उर्दू के ज़ायके के साथ इस किताब 'सिलसिला' के जरिये आप तक पहुँचाना है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको इस किताब को पढ़ कर यूँ लगेगा कि ये आपके खुद की बयान-ए-जीस्त है। हम उम्मीद करते हैं कि ये सिलसिला आप सबको बेहद पसंद आएगा।

Languageहिन्दी
PublisherPencil
Release dateOct 5, 2021
ISBN9789354588518
सिलसिला: दो दिलों की दास्ताँ

Related to सिलसिला

Related ebooks

Related categories

Reviews for सिलसिला

Rating: 0 out of 5 stars
0 ratings

0 ratings0 reviews

What did you think?

Tap to rate

Review must be at least 10 words

    Book preview

    सिलसिला - शबाना खातून

    सिलसिला

    दो दिलों की दास्ताँ

    BY

    Shabana Khatoon, M. Saifuddin


    pencil-logo

    ISBN 9789354588518

    © शबाना खातून, मुहम्मद सैफुद्दीन 2021

    Published in India 2021 by Pencil

    A brand of

    One Point Six Technologies Pvt. Ltd.

    123, Building J2, Shram Seva Premises,

    Wadala Truck Terminal, Wadala (E)

    Mumbai 400037, Maharashtra, INDIA

    E connect@thepencilapp.com

    W www.thepencilapp.com

    All rights reserved worldwide

    No part of this publication may be reproduced, stored in or introduced into a retrieval system, or transmitted, in any form, or by any means (electronic, mechanical, photocopying, recording or otherwise), without the prior written permission of the Publisher. Any person who commits an unauthorized act in relation to this publication can be liable to criminal prosecution and civil claims for damages.

    DISCLAIMER: The opinions expressed in this book are those of the authors and do not purport to reflect the views of the Publisher.

    Author biography

    मेरा नाम शबाना खातून है और मैं एक छोटे से स्कूल में शिक्षिका हूँ। मैं पश्चिम बंगाल के आसनसोल में पैदा हुई और वही पाली बढ़ी, मैंने अपनी प्राथमिक शिक्षा आसनसोल के ही एक निजी विध्यालय से प्राप्त की, और फिर उच्च शिक्षा के लिए मेरा दाखिला इलाहाबाद बोर्ड के अंतर्गत एक कॉलेज में करवाया गया। मेरा शुरूआती जीवन बड़ा ही सरल बिलकुल आम लड़कियों की तरह गुज़रा परंतु ज़िन्दगी की शायद कुछ और ही मंज़ूर था, किसी निजी कारणवश मुझे अपना शहर छोड़ना पड़ा और पिता के देहांत के बाद मैं झारखण्ड के एक छोटे से गाँव मधुपुर में आकर रहने लगी, ये वही पड़ाव था जहाँ से मेरी लेखनी का सफर प्रारम्भ हुआ, लिखने की शुरुआती दौर में मुझे केवल इस लिए लिखना था क्यों की मैं अपने विचारों को व्यक्त करना चाहती थी पर समय के साथ ये मेरा शौक और साथ ही मेरे जीवन की अनमोल कड़ी बनती चली गयी। आज भी जब मैं अपनी कलम पकड़ कर अपने विचालो को प्रकट करने की चाह में लिखना चाहती हूँ तो ये महसूस होता है कि मैं बहुत बलवान हूँ, मुझे कलम की अविश्वसनीय शक्ति का अनुभव होता है, शुरू में लोगो ने मुझे लिखने से रोकने की कोशिश की, कभी कभी मुझे भी ये लगने लगता था कि मुझसे ये नही हो पायेगा परंतु अब मुझे विश्वास है कि यदि कोई व्यक्ति किसी कार्य को करने का ठान ले तो बेशक अल्लाह भी उसकी मदद फरमाते हैं।

    मेरे और मोहम्मद सैफुद्दीन के इस संग्रह में आपको प्रेम, रोमांच और भावनाओं से सम्बंधित ऐसी रचनाएँ मिलेंगी जिनका सम्बन्ध सीधे तौर से आम लोगो की ज़िन्दगी से है, जहाँ कुछ पंक्तियाँ आपके चेहरे की मुस्कान को बढ़ा देंगी वही कुछ ऐसी भी पंक्तियाँ हैं जो आपको हकीकत से रूबरू कर आपके आँखों को नम कर देंगी। 

    आशा है कि आपको हमारी रचनाएँ ज़िन्दगी के एक नए सफर पर ले कर जाएंगी। 

    आपका शुक्रिया,

    आप हमें दिए गए जगहों पर लिख सकते हैं,

    इंस्टा- @zoyanaaz221

     @m.saif.poet

    मैं मुहम्मद सैफुद्दीन हूँ, मेरा जन्म एवं प्लान पोषण झारखण्ड के एक छोटे से गाँव मधुपुर में हुआ है, मैंने लिखना बचपन से ही शुरू कर दिया था, मुझे याद है मेरी पहली रचना मैंने 8 वर्ष के आयु में की थी हलाकि वो कोई ख़ास रचना नही साबित हुई परंतु उस एक घटना ने मेरी ज़िन्दगी में एक नया अध्याय लिख दिया। मेरी प्राथमिक शिक्षा मधुपुर के मदर्स इंटरनेशनल अकादमी नामक एक प्राइवेट स्कूल से हुई और उसी स्कूल से मैंने आगे की शिक्षा प्राप्त की, उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए मैंने मधुपुर महाविद्यालय में दाखिला लिया और वहां से मैथ्स में बैचलर डिग्री हासिल की, मेरा प्रयास रहा है कि मैं अंग्रेजी एवं उर्दू में अपनी रचनाओं को संगृहीत करूँ, अंग्रेजी भाषा में मेरा एक संग्रह (Belonging To Night) प्रकाशित हो चूका है, पेशे से मैं एक माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक हूँ।

    इस संग्रह में मैंने और शबाना खातून साहिबा ने ज़िन्दगी से सम्बंधित विभिन परिस्थितियों को मध्य नज़र रखते हुए रचनाओं का निर्माण किया है, 2018 की गर्मियों में मेरी मुलाकात शबाना खातून से हुई, कई दिनों तक हम दोनों एक दूसरे से बेखबर थे परंतु जैसे अंग्रेजी में कहते हैं ना बर्ड्स ऑफ़ सेम फेत्थेर फ्लॉक टोगेथेर हम दोनों को एक दूसरे की जानकारी हुई और फिर ये सफर शुरू हुआ, शबाना खातून के साथ काम करना मेरे लिए बहुत ही रोमांचक था और उनके तुफैल से बहुत कुछ सीखने को भी मिला। भाषा पर उनका विराट ज्ञान उनके अनुभवों की वजह से है। 

    मेरी रचना का मूल आधार मन में उत्पन होने वाली चेतना और उसके विस्तार से सम्बंधित है, इन रचनाओं में आप प्रति दिन आपके साथ होने वाली घटनाओं को अनुभव करेंगे। 

    आशा है कि हम आप के दिलो तक पहुँच कर आपके हृदय की स्मृद्धि का कारण बनने में समर्थ हों।

    अपने अमूल्य खत हमे ज़रूर लिखें,

    आपका आभारी।

    इंस्टा- @zoyanaaz221

     @m.saif.poet

    Enjoying the preview?
    Page 1 of 1