डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस के सफलता के 7 स्टेप्स: Jagdish Kalal
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About this ebook
अगर आप बिज़नेस में रिस्क ले सको इतनी मुड़ी नहीं है, अगर आपके बापदादा की कोई खानदानी विरासत नहीं है, आपके पास ऐसी कोई डिग्री नहीं जो आपको लाखों रुपये कमा के दे सके और आप जल्दी सक्सेस होना चाहते हो तो इस दुनिया में डायरेक्ट सेलिंग ही एक ऐसी इंडस्ट्री है जो आप को सक्सेस बना सकती है।
डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में हर महीने हजारों लोग आते हैं लेकिन उस में से कुछ लोग ही सक्सेस हो पाते है। फेलियर का रेश्यो बहुत बड़ा है। जिस के बहुत सारे कारण है, जैसे कोई गलत कंपनी में जॉइन हो जाते हैं। कोई ऐसे हैं जिन्हें पूरा नॉलेज नहीं मिलता और किसी को उनका अपलाइन सही नहीं मिला। ऐसी बहुत सारी वजह है जो लोगो को सक्सेस होने से रोकती हैंI
मैं चाहता हूँ कि ज्यादा से ज्यादा लोग डायरेक्ट सेलिंग में सक्सेस हो। उनको पहले से मालूम हो कि कौनसी कंपनी में जॉइनिंग लेनी है और कौनसी कंपनी में जॉइनिंग नहीं करनी है। अगर गलत कंपनी में जॉइनिंग कर भी ली तो उसे सुधार सकते हैं। इसलिए मैंने प्रयत्न किया है कि आपको डायरेक्ट सेलिंग की पूरी नॉलेज इस एक बुक में ही मिल जाये।
मैं जगदीश कलाल 25 सालो से डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को अलग-अलग रोल में जी रहा हूँ। मैंने लीडर के रूप में डायरेक्ट सेलिंग की शुरुआत की और मैंने एक डायरेक्ट सेलिंग कंपनी की भी स्थापना की थी। जिसमें मैंने बहुत सारी गलती की जो मैं नहीं चाहता वो गलती आप भी करे। अब मैं डायरेक्ट सेलिंग कंपनी के लिए कंसल्टिंग का काम भी करता हूँ। मेरी अपनी सॉफ्टवेयर कंपनी भी है जो डायरेक्ट सेलिंग के लिए सॉफ्टवेयर बनाती है। मैं Mind Hacker Coach / NLP Trainer / Self Hypnosis coach हूँ, जिस में मैं लोगो को आगे बढ़ने में हेल्प करता हूँ। जिस का बेनिफिट बहुत सारे डायरेक्ट सेलिंग के लीडर ले चुके हैं। आज मैं जो भी हूँ वो सब डायरेक्ट सेलिंग की वजह से हूँ। मैंने देखा कि डायरेक्ट सेलिंग जैसी सबसे आसान और सरल इंडस्ट्री में भी लोग सक्सेस के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं। एक दिन मुझे ये विचार आया कि क्यों न मैं एक बुक लिखूँ जो डायरेक्ट सेलिंग करने वाले को हेल्पफुल हो सके। इसी उद्देश्य के साथ मैंने अपने 25 साल के अनुभव का पूरा निचोड़ इस बुक में डाला है।
मैं आप से वादा करता हूँ कि ये बुक आपके हाथ में है और इसे आपने पूरा पढ़ा है तो आपको डायरेक्ट सेलिंग में सक्सेस होने से कोई नहीं रोक सकता। ये सिर्फ एक बुक नहीं हैं, बल्कि पूरा कोर्स है, ये डायरेक्ट सेलिंग का पूरा जीवन है।
अगर आप ये बुक पढ़ेंगे तो डायरेक्ट सेलिंग में आपको सक्सेस का रास्ता जरूर मिलेगा। सक्सेस आप को वो सब देगा जो आप पाना चाहते हो, पैसा, शोहरत, नाम और सम्मान लोगों के दिलों में जगह सब कुछ। अगर आप सक्सेस नहीं होंगे तो आपके पास कुछ भी नहीं होगा और लोग भी आप से दूरी बना के रखेंगे।
क्या आप मेरी बात से सहमत है ?
यस , तो रीड दिस बुक नाउ।
"मेरी सक्सेस के पीछे डायरेक्ट सेलिंग का है अहम रोल,
ये बुक सक्सेस की ओर, आपकी जिंदगी को देगी मोड़। "
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डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस के सफलता के 7 स्टेप्स - Jagdish Kalal
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Copyright © 2024 Jagdish Kalal
All rights reserved.
"डायरेक्ट सेलिंग पैसों की बहती हुई नदी है ,
जिस के घर वो पहुँची, उसकी तक़दीर बदली है।"
डायरेक्ट सेलिंग क्या है ?
आप अगर ये बुक पढ़ रहे हो तो मुझे पता है कि आप जानते होंगे कि डायरेक्ट सेलिंग क्या है। लेकिन मैं आपको यही थोड़ा अलग तरीके से समझाने की कोशिश करूँगा, तो इसके लिए आप इसे पूरा पढ़े।
हम सब ये जानते है कि हजारों साल पहले मनुष्य ने इस धरती पर आदिमानव के रूप में जन्म लिया था | जो यहाँ-वहाँ भटकते हुए अपनी जिंदगी बिताते थे। इस प्रकार के जीवन में उन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता था। जैसे कभी पीने को पानी न मिलना तो कभी पेट भरने को खुराक न मिलना और ऊपर से जंगली प्राणियों के हमले का डर । उनकी सबसे बड़ी समस्या थी पीने के लिए पानी का न मिलना क्योंकि भटकने रहने के कारण उन्हें पता ही नहीं रहता था कि पानी कहाँ मिलेगा | कंद-मूल खाकर वे अपनी भूख तो मिटा लेते थे पर पानी के मिलने का कोई निश्चित स्थान न था |
जैसे-जैसे समय बीतता गया आदिमानव के दिमाग में नये नये आईडिया आते गए। उनके दिमाग ये आईडिया भी आया कि क्यों न वो एक ऐसी जगह पर ही रहे जहाँ उनको पानी आसानी से मिलता रहे। फिर उन्होंने ये निर्णय लिया कि वे सब नदी के किनारे पर ही अपना जीवन बिताएँगे और यही सोचकर वे नदी के किनारे रहने लगे इसलिए ज्यादातर संस्कृति के अवशेष हमें किसी-न-किसी नदी के किनारे ही मिलते हैं। नदी के किनारे रहते-रहते उन्होंने पशु पालन शुरू किया, खेती करनी शुरू की। समय बीतने के साथ ही वे विकसित होते गए और इस तरह नदी के किनारे कई गाँव और नगरों का विकास हुआ। फिर धीरे-धीरे वे नदी से थोड़ा दूर भी रहने लगे जिसकी वजह से नदी से दूर भी गाँव और नगरों का विकास होने लगा। अब वो आदिमानव से मानव बन चुके थे |
कई सालो तक सब कुछ सही चल रहा था। पर एक समय ऐसा भी आया कि तीन से चार साल तक अकाल पड़ने लगा। जो नदी के किनारे पर रहते थे उनको तो कोई मुश्किल नहीं थी क्योंकि नदी में पानी बहता रहता था। उनकी खेती भी अच्छी होती थी। वो साल में तीन-तीन फसल लगा लेते थे। उनका पशु पालन का काम भी अच्छी तरह से चलता था। किसी साल बारिश न हो तो भी उनको कोई फर्क नहीं पड़ता था। नदी के पानी से सब हो जाता था। लेकिन जो नदी से दूर रहते थे उनको पानी की तंगी रहती थी। अगर बारिश होती भी थी तो भी एक ही फसल ले पाते थे और अकाल पड़ जाये तो उनके पास खाने को अनाज भी नहीं होता था। इस स्थिति में नदी के किनारे मजदूरी करने लगते थे। सबने देखा कि नदी में जितना पानी आता है, वे उसका 1% भी उपयोग नहीं कर पाते थे। सारा पानी बहकर समुद्र में चला जाता था और खारा हो जाता था। उन्होंने फालतू बहते हुए पानी को रोकने के लिए उपाय ढूंढ निकाला कि उस नदी पर एक बांध बना के उस पानी को रोकेंगे और नहर नहर के माध्यम से उसे सब जगह पहुँचाया जाएगा। ऐसा करके उन्होंने पानी को बेकार बहने से बचा लिया और उसे ऐसी जगह पर भी पहुँचाया गया जहाँ पानी की कमी थी इस प्रयास ने उन्हें भी खुशियों से भर दिया |
वैसे ही बाजार भी एक नदी है, जिसमें पैसा रूपी पानी बहता है, जो उसके किनारे रहने वाले लोगों को मिलता रहता है। अब प्रश्न यह है कि उसके किनारे कौन-कौन रहते हैं ? बड़े बड़े बिजनेसमैन, होलसेलवाले, छोटे दुकान वाले, विज्ञापन देने वाले जैसे कई लोग बाजार के किनारे रहते है, जिनके पास बहुत सारा पैसा आता है। इतना पैसा आता है कि उसे वो पूरा खर्च भी नहीं कर पाते और यही पैसा उनके पास ब्लैक मनी के रूप में रह जाता है। दूसरी ओर इस बाजार से दूर रहने वाले ज्यादातर लोग पैसो के लिए तरसते हैं। उनके पास अपनी दैनिक आवश्यकताओं कि पूर्ति के लिए भी पैसे नहीं होते। तब किसी ने सोचा कि जो पैसा बाज़ार में ब्लैक मनी के रूप में बेकार पड़ा रहता है उसे एक सिस्टम के माध्यम से उनके पास पहुँचाया जाए जिनके पास पैसा नहीं है, बिलकुल वैसे ही जैसे नदी पर बांध बनाकर पानी सब जगह पहुँचाया गया। उसी तरह बाजार पर भी डायरेक्ट सेलिंग रूपी बांध बना कर सब सब लोगों तक पैसे पहुँचाने का पूरे का पूरा सिस्टम बनाया गया। इस व्यवस्था से ऐसे लोगों के घर पर भी पैसे आने लगे जो सिर्फ बाजार से खरीदी करते थे। उनके जीवन में भी खुशियाँ आने लगी।
आशा करता हूँ कि आप डायरेक्ट सेलिंग और उसके उद्देश्य को जान गए होंगे।
Dedication
मैं अपनी इस बुक को डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को समर्पित करता हूँ , क्योंकि मैं आज जो भी हूँ वो डायरेक्ट सेलिंग की वजह से हूँ। मैं पहले बहुत ही अंतर्मुखी था। किसी से भी बात करने में भी मुझे बहुत शर्म आती थी लेकिन डायरेक्ट सेलिंग जॉइन करने से मुझे यहाँ जो माहौल मिला, उसने मेरी पर्सनलिटी को पूरी तरह से बदल दिया । अब तो मैं अंजान व्यक्ति से भी बिना किसी झिझक के बात कर सकता हूँ। मेरा कॉन्फिडेंस भी बढ़ गया।
Thank you
मैं आरफीन खान और उनकी टीम को थैंक यू कहना चाहता हूँ क्योंकि उनका THE INCREDIBLE YOU
प्रोग्राम मेरी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बना। आज मैं भी उनकी टीम का हिस्सा हूँ और लोगों को उनकी लाइफ को ओर भी बेहतर तरीके से जीने में मदद करता हूँ। उनकी प्रेरणा से ही मुझे ये बुक लिखने की हिम्मत मिली और मैं इसे लिख पाया । हनुमान जी की कृपा से जल्द ही मेरी दूसरी बुक भी आप सबके सामने आएगी।
Conclusion (Book summary)
अगर आप डायरेक्ट सेलिंग करते हैं या करना चाहते हैं और आप को लगता है कि जॉइनिंग नहीं आ रही है तो उसके न आने के कारण आपको यहाँ जानने को मिलेंगे। आप ऐसा क्या करें कि आपको जॉइनिंग मिलती रहे वो भी आप इस बुक के माध्यम से जानेंगे।
आप डायरेक्ट सेलिंग में सक्सेस क्यों नहीं हो पा रहे हो उसके कारण आपको जानने को मिलेंगे साथ ही सक्सेस होने के लिए आपको क्या-क्या स्टेप लेने चाहिए उसकी भी जानकारी इस बुक में मिलेगी। इस बुक में तीन ऐसी बातें जानने को मिलेंगी जो दुनिया में न तो किसी ने आपको बताई होगी और न ही कोई बताएगा। मैं अपने 25 साल के अनुभव से बता रहा हूँ कि अगर आपने इन तीन पॉइंट्स को अच्छी तरह से समझ लिया और अपने चरित्र में उतार लिया तो आपकी सफलता पक्की है। इस बुक में बहुत सारे लीडर की स्टोरी हैं, जो आपके हर संशय को दूर करने में सहायक होंगी। इस बुक को पढ़ने में आपको बहुत आनंद आएगा।
"जो करना चाहते है अपने सपनों को साकार,
डायरेक्ट सेलिंग उनके लिये है वरदान।
Chapter-1
डायरेक्ट सेलिंग में सेल्स (Joining)
नहीं आने के कारण
सेल्स यानि कि जॉइनिंग डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस के लिए रीढ़ की हड्डी के समान हैं। सेल्स नहीं तो कुछ भी नहीं किसी को सेल्स (जॉइनिंग) में मुश्किल हो रही हो तो फिर वह इस बिज़नेस में टिक नहीं पाएगा I
इस अध्याय में आप जानेंगे कि 9 ऐसी कौनसी वजह है जिससे सेल्स नहीं हो पाती, खास कर कि नये डायरेक्ट सेलर ये नहीं जानते और जब तक वे ये सब जानें उससे पहले वे बिज़नेस छोड़ चुके होते हैं। जब हमें पहले से ही यह पता हो कि हमारे साथ क्या नकारात्मक होना है, तो हम उसका सामना अच्छी तरह से कर सकते हैं। अतः यह अध्याय डायरेक्ट सेलर के लिए खास होने वाला है।
जब हम कहीं सड़क पर कार से जाते हैं तो उस सड़क पर जगह-जगह पर साइन बोर्ड होते हैं जो हमें मोड़, सिंगल लाइन संबंधी चेतावनी देते हैं | उसे देखकर हमें पहले से ही ज्ञात हो जाता है कि हमें कार कैसे चलानी है इसलिए एक्सीडेंट होने का चांस बहुत कम होता है। इस तरह डायरेक्ट सेलिंग बिज़नेस के बारे में आप को पहले से ही ज्ञात होगा कि क्या-क्या हो सकता है तो आने वाली मुश्किलों का सामना करना आसान होगा ।
डायरेक्ट सेलिंग में शामिल होने का रेशियो
डायरेक्ट सेलिंग वो इन्डस्ट्री है जहाँ हर कोई इस उम्मीद के साथ आता है कि उसके सभी सपने पूरे होंगे। आप भी बड़े सपने और उम्मीद ले के आये