Kamyabi Aapki : कामयाबी आपकी
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कामयाब लोग अपने फैसले से
दुनिया बदल देते हैं,
और नाकामयाब लोग दुनिया के डर से
अपने फैसले बदल लेते हैं।
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Kamyabi Aapki - Sunil Kumar Khoiwal
1
दिनचर्या व्यवस्थित जीवन
दि नचर्या शब्द दो शब्दों का योग है, दिनचर्या। दिन का अर्थ है दिवस तथा चर्या का अर्थ है चरण या आचरण अर्थात प्रतिदिन की चर्या को दिनचर्या कहते हैं। आज की भागदौड़ भरी तेज रफ्तार वाली जिंदगी में इंसान इतना व्यस्त होता जा रहा है कि उसके उठने का समय, खाना खाने का समय, सोने का समय निश्चित नहीं है यहां तक परिवार को भी समय नहीं दे पा रहा है। व्यवस्थित दिनचर्या आपको शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाती है। आपने देखा या पढ़ा होगा, सफल व्यक्ति बहुत व्यस्त होने के बाद भी दिनचर्या को नियमित एवं व्यवस्थित रखते हैं। सुबह की अच्छी आदतें आपकी सफलता का आधार होती हैं।
जिसने अपनी दिनचर्या व्यवस्थित कर ली समझो अपनी कामयाबी की तरफ पहला कदम रख दिया
सुबह जल्दी उठें। सुबह जल्दी उठने से तरोताजा एवं ऊर्जावान रहते हैं। हमें दिन की शुरुआत चेहरे पर मुस्कान रखते हुए ईश्वर को धन्यवाद देकर करनी चाहिए। क्योंकि आज का दिन आपको जीने के लिए मिला। न जाने कितने लोग आज दुनिया में उठ नहीं पाए होंगे अर्थात प्रकृति की गोद में हमेशा के लिए सो गये होंगे। आप जीवित उठे, इसलिए ईश्वर को धन्यवाद बनता है। ईश्वर का शुक्रिया अदा करें। मुस्कुराहट के बिना सुबह की शुरुआत बहुत फीकी होती है। हो सके तो हमेशा उगता हुआ सूरज देखें।
अपने आप को अफरमेशन दीजिए। ईश्वर मेरे साथ है, मैं स्वस्थ हूं, मैं ऊर्जावान हूं, आज का दिन अच्छा गुजरेगा आदि। आप अपने हिसाब के और भी अफरमेशन बना सकते हैं। जिस चीज के प्रति हमारे मन में कृतज्ञता का भाव उठता है, वह चीज बढ़ती है।
रात को ताम्बे के बर्तन में रखा पानी पियें या गुनगुना पानी पियें उसके बाद नित्यक्रम से निवृत्त हो कर बाहर घूमने जायें। लगभग 10000 कदम चलें। इंसान का सबसे बेहतरीन साथी उसकी सेहत है अगर उसका साथ छूट जाए तो वह हर रिश्ते के लिए बोझ बन जाता है। अगर आप बाहर घूमने नहीं जा सकते तो घर पर ही व्यायाम, योगा करें या 15 मिनट प्राणायाम करें (कपालभारती एवं अनुलोम-विलोम) इससे आपके फेफड़े मजबूत होंगे उथली या हल्की सांसें सभी रोगों का मूल हैं, गहरी सांसें शरीर और आत्मा का बल हैं
डेसमंड ग्रीन। आप आपकी सफलता का आनंद तब ही ले पायेंगे जब आप स्वस्थ होंगे। स्वस्थ रहने के लिए नियमित व्यायाम करें।" व्यायाम में लगाया समय एक निवेश है इसके फायदे का एहसास बीमारी के समय होता है।
यदि आप व्यायाम के लिए समय नहीं निकालेंगे तो आपको बीमारियों के लिए समय निकालना पड़ेगा
- एडवर्ड स्मिथ स्टेनले।
नार्मल पानी से स्नान करें। न ज्यादा गर्म न ज्यादा ठण्डा। इसके बाद मेडिटेशन करें। कुछ समय प्रार्थना के लिए निकालें। इससे मन को शान्ति एवं सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। प्रार्थना हम सबके जीवन में चमत्कार ला सकती है। कुछ सकारात्मक पढ़े या कुछ सकारात्मक सुनें। जिसकी दिनचर्या व्यवस्थित होती है उसे कभी समय की कमी नहीं होती है। समय की कमी का रोना वही रोते हैं जिनकी दिनचर्या व्यवस्थित नहीं होती। क्या आपने कभी देखा कि सचिन तेंदुलकर या बिल गेट्स ने समय की कमी की शिकायत की हो।
हमारी दिनचर्या व्यवस्थित होगी तो हमारा शरीर तंदुरुस्त एवं स्वस्थ रहेगा। इसका असर हमारे जीवन व्यवहार प्रगति पर पड़ेगा। शरीर में आलस होगा तो हमारा किसी भी काम में मन नहीं लगेगा। वह दिन अच्छा नहीं गुजरेगा। सुबह का स्वच्छ एवं शांत वातावरण होता है। व्यवस्थित दिनचर्या एक प्रकार का समय प्रबंधन है। अगर आप सुबह उठकर अच्छा महसूस करते हैं तो आपका सारा दिन अच्छा रहता है। वहीं सुबह आपका किसी से झगड़ा हो जाता है तो आपका दिन खराब हो जाता है। इससे पता चलता है सुबह का समय कितना महत्त्वपूर्ण है।
विश्व की सारी दौलत देकर भी आप खोई हुई सेहत दोबारा नहीं पा सकते
- रेबा मकंइटाईर।
समय पर सोएं। रात के खाने में एवं सोने के समय में 2 घण्टे का अन्तर रखें। अपने बेडरूम की खिड़की में स्नेक प्लान्ट या एलोवेरा प्लान्ट रखें इससे आपकी नींद की गुणवता अच्छी होगी। बेहतर स्वास्थ्य के लिए भरपूर गुणवता की नींद बहुत जरूरी है। हमेशा 6 से 8 घंटे की नींद लें। आपकी नींद अच्छी होगी तो आप सुबह तरोताजा उठेंगे। इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें। पहला सुख निरोगी काया।
सफल लोग सुबह यह करते हैं -
दुनिया भर के सफल लोग सुबह जल्दी उठते हैं।
व्यायाम करते हैं।
ठण्डे पानी से नहाते हैं।
ध्यान करते हैं।
कुछ अच्छा पढ़ते हैं।
2
विचारों की शक्ति सकारात्मक-नकारात्मक नजरिया
दि न भर हमारे मन में विचार चलते रहते हैं। विचारों को हम रोक नहीं पाते। कुछ विचार अच्छे होते हैं तो कुछ विचार बुरे। विचारों में बहुत शक्ति होती है यह हमारा नजरिया तय करते है। विचार हमारे माहौल, संगत, आसपास की घटना जिसे हम सुनते हैं, देखते हैं, से आते हैं। पूरे दिन में लगभग 60000 विचार आते हैं। इनमें से अधिकतर विचार पिछले दिन के होते हैं। हमारा दिमाग एक प्रकार का जीन है। अगर हम इसे कहते हैं कि यह काम नहीं हो सकता तो यह उस काम के नहीं होने के सैकड़ों कारण बता देगा इसके विपरीत हम इसे कहते हैं कि यह काम हो सकता है तो यह उस काम के होने के सैकड़ों कारण बता देगा। यह हमारी कमान पर कार्य करता है।
मनुष्य के जैसे विचार होते हैं, वैसा ही वह बन जाता है
- ईसा मसीह
विचारों की शक्ति
हम अपने विचारों को दिशा देकर जीवन बदल सकते हैं। हर वस्तु का भौतिक निर्माण होने से पहले स्रोत द्वारा उसका वैचारिक निर्माण होता है। खाका बनता है। अच्छे विचार अच्छे परिणाम देते हैं। बुरे विचार बुरे परिणाम देते हैं।
आप जो सोचते हैं वह ही बनते हैं।
- विवेकानंद
शारीरिक कमजोरी तो चल जाएगी लेकिन मानसिक कमजोरी नही यह कामयाबी के रास्ते का सबसे बड़ा रोड़ा है। मन की मजबूती से इंसान बड़े से बड़े रोग, बड़ी से बड़ी बाधा को जीत सकता है। एक मजबूत मन एक कमजोर शरीर को चला सकता है। लेकिन एक कमजोर मन एक मजबूत शरीर को नहीं चला सकता। आत्मबल शारीरिक बल से ज्यादा महत्त्वपूर्ण होता है। हमारे मस्तिष्क और शरीर के बीच संबंध होता है। हम अपने मस्तिष्क अर्थात सोच को बदल कर अपने शरीर को भी बदल सकते हैं। हमारी अधिकतर समस्या हमारे विचारों से होती है और विचारों को बदला जा सकता है।
सोच वह छोटी-सी चीज है जो बड़ा अंतर करती है।
- विंस्टन चर्चिल।
किसी से आपका विवाद हो गया, उसने कुछ कह दिया, वह कह कर चला गया, आप दिन-रात सोचते रहते हैं। उसने मुझे ऐसा कहा, सोच कर दुखी होते रहते हैं और आप सोचते रहते हैं कि मैं उससे बदला लूंगा, आपको नींद भी नहीं आती है। क्या वह आपको दुखी कर रहा है। नहीं आपको तो आपके विचार दुखी कर रहे हैं। उन विचारों को हटाएं जो दुःख देते हैं। आपका दिमाग यंत्र की तरह है। इसे अपनी धुन पर तैयार करें। किसी वस्तु पर ध्यान केंद्रित करने से उसे आकर्षित करने की क्षमता बढ़ जाती है। आप जिस वस्तु को पसंद नहीं करते उस पर विचार नहीं करें। उदाहरणः हम बीमारी पर विचार करेंगे तो बीमारी बढ़ेगी।
एक सच्ची घटना से विचारों की शक्ति को समझते हैं। एक कैदी ने किसी का कत्ल कर दिया था। उसे मौत की सजा सुनाई गई, पर मौत किसी जहरीले सांप से डसवा कर। यह उसे एक दिन पहले बताया गया अगले दिन उसे एक मेज पर बैठाया गया। उसके सामने पिंजरे में कोबरा सांप लाकर रख दिया गया और उसे कहा गया कि यह तुम्हें डसेगा और तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी अब कैदी के पसीने छूटने लग गए। उसके दिमाग में चलने लगा कि सांप आकर मुझे