कैसी हो चिड़िया?
By Sushil Jain
()
About this ebook
वर्तमान में मानव-समाज जिस सांस्कृतिक और पारिस्थित्कीय संकट से गुजर रहा है वह अभूतपूर्व है। हमारे चारों और बढती व्यावसायिकता ने परिस्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। प्रस्तुत काव्य-संग्रह में 'चिड़िया' के रूपक के माध्यम से समकालीन मानव-समाज की इन्हीं विसंगतियों को रेखांकित करने का प्रयास किया गया है।
Sushil Jain
जन्म ३० जून १९६१ को मैनपुरी (उ. प्र.) भारत में। शिक्षा स्नातक (B. A .) संप्रति भारत में भारतीय स्टेट बैंक में सहायक प्रबंधक के रूप में सेवाएं दे रहा हूँ। मेरा मानना है कि हम सभी मनुष्य जो आज पृथ्वी नामक इस ग्रह पर निवास कर रहे हैं, एक प्रकार से पर्यटक की भूमिका में हैं। एक दिन हमें यहाँ से चले जाना है। हम सबका यह सामूहिक दायित्व है कि, आने वाली पीढ़ियों के लिए अपने इस प्रिय ग्रह को पहले से बेहतर हालत में छोड़ कर जाएँ। जिससे हमारी आने वाली संताने हम पर गर्व कर सकें। मेरा विश्वास है कि जीवन के विविध रूपों में सभी पवित्र हैं। सभी जीना चाहते हैं एक भरपूर जीवन, मरना कोई नहीं चाहता, नन्ही चींटी भी नहीं। सबको जीने का एक समान अधिकार है। हमें इस अधिकार का सम्मान करना सीखना ही होगा। हमें ध्यान रखना होगा कि भविष्य के गर्भ में पल रही हमारी संताने कहीं फूलों की जगह प्रश्न-चिन्हों से न ढक दें हमारी समाधियों को।
Related to कैसी हो चिड़िया?
Related ebooks
काव्य सरिता Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमहसूस किया Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsहृदय की पीड़ा Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकोरे अक्षर Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsYah Jo Kadi Hai Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमेरी पहचान Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsक्या देखते हो… Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअनुभव-गीत Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकुछ एहसास कविताओं की कलम से Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsLahoo Bote Maanav Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsअबोधिता Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsभावों का कारवाँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsAbhivyakti (अभिव्यक्ति) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsधड़कनें- मेरी कविताएँ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsमन के बोल - भाग - 1: मेरी कविताएं Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsPaheliya Hi Paheliya: Jokes for fun to keep everyone in good humour. Rating: 0 out of 5 stars0 ratings24 saal ki 24 kavitay Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्य एक जुनून Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकाव्यादर्श (काव्य संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsदोहाद्युथी Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsस्वस्तिक Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsगति Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsहुई हैं चाँद से बातें हमारी (ग़ज़ल संग्रह) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsपीपल वेदिका Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsभीम-गाथा (महाकाव्य) Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsRaabta Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsसहेजी कतरन Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsShabdee Chauraaha Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsकांच से अल्फाज़ Rating: 0 out of 5 stars0 ratingsस्वर्गविभा ऑनलाइन त्रैमासिक हिंदी पत्रिका दिसंबर २०२३: स्वर्गविभा त्रैमासिक हिंदी पत्रिका Rating: 0 out of 5 stars0 ratings
Related categories
Reviews for कैसी हो चिड़िया?
0 ratings0 reviews