Hindi-Garhwali Kavya Sanghreh
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मुझे विश्वास है कि यह "हिन्दी-गढ़वाली काव्य संग्रह" विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों के मार्गदर्शन में उपयोगी सिद्व होगा। मेरा यह काव्य संग्रह पहाड़ की समस्याओं, पलायन, चुनाव और चुनावी विचारधारा के साथ भारत के विश्व में बढते कदम एवं देशभक्ति, मतदान आदि के विषय में लिखी है इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी।
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Hindi-Garhwali Kavya Sanghreh - Dr. Dalip Singh Bisht
हिन्दी-गढ़वाली काव्य संग्रह
(HINDI-GARHWALI KAVYA SANGHREH)
AUTHORS CLICK PUBLISHING
Area no.55, Ashok Vihar, Phase 2,
Bilaspur, Chhattisgarh 495001.
www.authorsclick.com
Copyright © 2024, Dr. Dalip Singh Bisht
All Rights Reserved
ISBN: 978-81-19368-76-1
Price: ₹150.00
Printed in India
No part of this book may be reproduced, transmitted, or stored in a retrieval system, in any form or by any means, electronic, mechanical, magnetic, optical, manual, photocopying, or otherwise, without permission in writing from the author.
This book has been published with all reasonable efforts taken to make the material error-free after the consent of the author. The opinions / contents expressed in this book are solely of the author and do not represent the opinions / standings / thoughts of Authors Click.
हिन्दी-गढ़वाली काव्य संग्रह
(HINDI-GARHWALI KAVYA SANGHREH)
डा. दलीपसिंह बिष्ट
(एम. एस-सी, एम. ए. बी. एड. पीएच. डी.)
असिस्टेंट प्रोफेसर एवं विभाग प्रभारी
राजनीति विज्ञान विभाग
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अगस्त्यमुनि,
रुद्रप्रयाग-246421, उत्तराखण्ड
––––––––
D:\collage\20220508_092511.jpg"पीपल लगायें, प्रदूषण भगायें।
आक्सीजन बढायें, सुखी जीवन पायें।।"
"यादें: एक पर्यावरणीय अभियान/आंदोलन"
अपने स्वजनों की याद में एक पीपल अवश्य लगायें।
डा. दलीप सिंह बिष्ट
लेखक परिचय
डा. दलीप सिंह बिष्ट का जन्म टिहरी जनपद में विकासखण्ड देवप्रयाग के अन्तर्गत त्यालनी गाँव में 2 जनवरी 1967 को हुआ। हे, नं. बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से एम. एस. सी. भूगोल, एम. ए. राजनीति विज्ञान, बी. एड. की शिक्षा प्राप्त करने के बाद प्रो. श्रीमती अन्नपूर्णा नौटियाल, कुलपति, आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग तथा वर्तमान में केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर (गढ़वाल) के कुशल निर्देशन में राजनीति विज्ञान में सन् 1999 में डी. फिल. की उपाधि प्राप्त की। डा. दलीप सिंह बिष्ट ने विभिन्न राष्ट्रीय/अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में अपने शोध पत्र प्रस्तुत किये हैं। इसके अलावा विभिन्न ब्लाग, पोर्टल, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं एवं पुस्तकों में 7 दर्जन से अधिक शोध लेख/लेख तथा मध्य हिमालयः पर्यावरण, विकास और चुनौतियां,
उत्तराखण्डः विकास एवं आपदायें,
हिन्दी काव्य संग्रह एवं गढ़वाली लोकोक्तियां (औखाणा-पखाणा)
, एवं पर्यावरण, विकास और महिलायें
तथा गढवाली-हिन्दी सामान्य शब्दकोष
पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। भारतीय राजनीति विज्ञान परिषद् एवं यूनाइटेड प्रोफेसनल एण्ड स्कालर फार एक्शन (UPSA) के आजीवन सदस्य है तथा भारत ज्योति पुरस्कार-2018 एवं लाइफ टाइम गोल्डन एचीवमेंट पुरस्कार-2020 से नवाजे गये है। डा. दलीप सिंह बिष्ट वर्तमान समय में राजनीति विज्ञान विभाग,