Discover millions of ebooks, audiobooks, and so much more with a free trial

Only $11.99/month after trial. Cancel anytime.

ट्रैंक्विलिटी: उम्मीदों का गाँव
ट्रैंक्विलिटी: उम्मीदों का गाँव
ट्रैंक्विलिटी: उम्मीदों का गाँव
Ebook322 pages2 hours

ट्रैंक्विलिटी: उम्मीदों का गाँव

Rating: 0 out of 5 stars

()

Read preview

About this ebook

ट्रैंक्विलिटी: अ विलेज ऑफ़ होप ‘द अवेकनिंग टेट्रालजी’ की तीसरी बुक है| ट्रैंक्विलिटी कैनेडियन रॉकी माउंटेन्स की गहराइयों में स्थित है जहां एक छोटी लड़की जिसका नाम मोनिक है पैदा हुई थी और उसको पाल पोस कर ट्रैंक्विलिटी और उनके पड़ोसी फर्स्ट नेशन गाओ के लोगों ने बड़ा किया था | क्योंकि यह पूरी जिंदगी इन अच्छे लोगों से घिरी रही, इसीलिए मोनिक के पास शेयर करने के लिए अनगिनत लेसंस है जो उसने अपनी जिंदगी की अविश्वसनीय जर्नी पर सीखें, और वह हमारे साथ इन्हें शेयर करती है |

ट्रैंक्विलिटी: अ विलेज ऑफ़ होप ‘द अवेकनिंग टेट्रालजी’ की तीसरी बुक है| ट्रैंक्विलिटी एक सुखद जीवन से भरा हुआ गांव है जो कि कैनेडियन रॉकी माउंटेंस में स्थित है | इसके बीच में से एक छोटी सी नदी बहती है जिसकी चारों तरफ विशाल रॉकी माउंटेंस है, जो कि पूरा साल बर्फ से ढके रहते हैं | यह गांव पूरी दुनिया से अलग बना हुआ है; इनका सिर्फ एक ही पड़ोसी है, वह है फर्स्ट नेशन का नेटिव ट्राइब | यह कहानी मोनिक नाम की एक लड़की के द्वारा बताई गई है, जिसको पाल पोस कर ट्रैंक्विलिटी और उनके पड़ोसी फर्स्ट नेशन गाओ के लोगों ने बड़ा किया था | क्योंकि यह पूरी जिंदगी इन अच्छे लोगों से घिरी रही, इसीलिए मोनिक के पास ज़िन्दगी और प्यार पर शेयर करने के लिए अनगिनत लेसंस है जो उसने अपनी जिंदगी की अविश्वसनीय जर्नी पर सीखें, और वह हमारे साथ इन्हें शेयर करती है, और इससे हमें पता चलता है कि अगर एक बच्चे को प्यार के डर की जगह नफरत के डर और उम्मीद के साथ बड़ा किया जाए, तो क्या होता है |
Languageहिन्दी
PublisherTektime
Release dateOct 24, 2022
ISBN9788835445289
ट्रैंक्विलिटी: उम्मीदों का गाँव

Related to ट्रैंक्विलिटी

Related ebooks

Reviews for ट्रैंक्विलिटी

Rating: 0 out of 5 stars
0 ratings

0 ratings0 reviews

What did you think?

Tap to rate

Review must be at least 10 words

    Book preview

    ट्रैंक्विलिटी - Ken Luball

    केन लुबल द्वारा एक आध्यात्मिक उपन्यास

    और बोधि (एक स्पिरिट गाइड)

    Translator: Kanak Preet Kaur

    Copyright Claiment: Ken Luball

    ––––––––

    लेखक की टिपण्णी :

    जीवन का अर्थ क्या है?

    जीवन का अर्थ,

    हमारे जीने की वजह,

    हमारे अंदर की आत्मा को शांति से सुनना है और

    उस पथ को फॉलो करते हुए वहाँ जाना है जहाँ वह ले जाता है

    द अवेकनिंग टेट्रालॉजी में चार किताबे हैं:

    टुडे आइ एम गोइंग टू डाई: चोइसीस इन लाइफ

    द स्पिरिट गाइड: जर्नी थ्रू लाइफ

    ट्रैंक्विलिटी: अ विलेज ऑफ़ होप

    द इल्युज़न ऑफ़ हैप्पीनेस: चूसिंग लव ओवर फियर

    ––––––––

    स्पिरिच्युआलिटी एक मान्यता है कि हर एक जीवन के अंदर ईश्वर (एक स्पिरिट या आत्मा) का एक हिस्सा है और इस वजह से हर एक जीवन महत्वपूर्ण, एक समान और जुड़ा हुआ हैl

    इन किताबों को लिखने का मेरा लक्ष्य दूसरों को जागृत करना और उनकी मदद करना था, जो लोग जागृत है, वे अच्छे से समझते हैं कि एनलाइटनमेंट क्या है, इसी लिए उन के जीवन की यात्रा को वे ज्यादा अच्छे से महसूस करते हैंl

    इन में से तीन कहानियाँ फर्स्ट पर्सन में लिखी गयी हैं, जो कि एक बच्चे की स्पिरिच्युअल जीवन यात्रा को फोलो करने के बाद, कुछ ऐसा समझाते हैं जिससे ऊपर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर ज्यादा समझने योग्य, इंटरेस्टिंग और यूनिक नेरेटिव में दिए जा सके, जो ना केवल थॉट-प्रोवोकिंग है लेकिन एंगेजिंग भी हैl

    बोधि मेरे स्पिरिट गाइड हैं; जब मैं उनके विचारों को लिखता हूँ तो वे मुझसे आसानी से बात करते हैंl हालाँकि एनलाइटनमेंट की ओर मेरी यात्रा अभी पूरी नहीं हुई है, बोधि, जो एक स्पिरिट गाइड हैं, वे निश्चित रूप से एनलाइटन्ड हैंl हम ने यह किताब उन सभी लोगों के लिए लिखी है जो अवेकनिंग प्रोसेस शुरू करना चाहते हैं, या जागृत हो चुके हैं और एनलाइटनमेंट के पथ पर आगे बढ़ाना चाहते हैंl

    केवल बोधि के प्यार और साथ की वजह से

    हम यह किताब लिख पा रहे हैं, वो भी एक साथl

    ––––––––

    इस टेट्रालोजी की चारों स्पिरिच्युअल किताबों के बारे में ज्यादा जानकारी पाने के लिए मेरी वेबसाइट पर जाए: : http://kenluball.com

    सूची

    प्रस्तावना: हम अपने बच्चों को कौन सा सत्य सिखाएंगे? ...............................................1

    अध्याय 1: विलेज ऑफ़ ट्रैंक्विलिटी ..............................................................................3

    अध्याय 2: ट्रैंक्विलिटी में बड़े होना ...........................................................................10

    अध्याय 3: शुरुआत में ............................................................................................18

    अध्याय 4: ट्रैंक्विलिटी में जीवन ...............................................................................35

    अध्याय 5: हमारे पड़ोसी ..........................................................................................48

    अध्याय 6: मेरी परवरिश ..........................................................................................60

    अध्याय 7: एक किशोर के रूप में मेरा जीवन .............................................................76

    अध्याय 8: 16 साल की उम्र में मेरा जीवन ................................................................84

    अध्याय 9: विश्व की खोज .......................................................................................90

    अध्याय 10: वॉक अबाउट ......................................................................................110

    अध्याय 11: ट्रैंक्विलिटी में लौटना ..........................................................................128

    अध्याय 12: कई वर्षों बाद .....................................................................................137

    ––––––––

    अध्याय 13: फाइनल थॉट्स ....................................................................................145

    अडेन्डम: आध्यात्मिक चिंतन ..................................................................................153

    केन के बारे में ....................................................................................................178

    प्रस्तावना: हम अपने बच्चों को कौन सा सत्य सिखाएंगे?

    जब हम हमारे बच्चों को सोश्यलाइज करना सिखा रहे हैं, वो भी तब जब वे काफ़ी छोटे हैं

    तो हमे हमेशा उनके साथ सच्चा और इमानदार रहना चाहिएl

    हम सब को अपने आप से यह सवाल पूछना चाहिए:

    सच क्या है?

    इस चर्चा को सरल बनाने के लिए, मान लें कि केवल दो प्रकार के सत्य हैं।

    पहले प्रकार का सत्य हमारे बच्चों को बिलीफ्स को स्वीकार करना सिखाता है,

    वो बिलीफ्स जो दुनिया में अभी हैं और सदियों से हैं।

    यह सत्य एक इंडिविजुअल पर जोर देता है, यानी खुद के लिए सबसे अच्छा क्या है,

    कॉम्पिटिशन और अविश्वास की दुनिया में रहने के विचार को स्वीकारना,

    केवल उनके अस्तित्व और खुशी के लिए चिंतित होना।

    हालाँकि, दूसरे प्रकार के सत्य का जीवन के बारे में बहुत अलग नजरिया है।

    यह सत्य सामूहिकता पर जोर देता है, कि सभी के लिए सबसे अच्छा क्या है,

    सहयोग और विश्वास के विचार का स्वीकार करना, निःस्वार्थ रूप से दूसरों की मदद करना,

    वो भी इस प्रकार, की हर कोई अपने जीवन की यात्रा में सफल हो सकेl

    दुनिया में दिखने वाली ज्यादातर समस्याएँ इस ईगोसेंट्रिक वर्ल्ड में खुद के लिए क्या अच्छा है, इस सोच का नतीजा हैl

    पिछली सभी जनरेशन्स ने अंत में इस ​​प्रकार की दुनिया को अपनाया है।

    एक दुनिया जिसमे डर, नफरत, प्रेज्यूडिस, गरीबी, होमलेस होना,

    क्लाइमेट चेंज, भूख, युद्ध, सिनिसिजम, एड इनफिनिटम,

    हमारे बच्चों के बड़े होने का इंतजार कर रही हैl

    हम इस पहले से तय किये गए भविष्य को तब बदल सकते हैं

    जब हम इस नयी जनरेशन के बच्चों को सेल्फलेस होना,

    अपना प्यार दूसरों के साथ बिना किसी शर्त के बाँटना,

    और सभी के अस्तित्व और सक्सेस को सुनिश्चित करना सिखायेंगेl

    एक सत्य यथास्थिति बनाए रखने के लिए संघर्ष की ओर ले जाएगा।

    दूसरा सत्य एनलाइटनमेंट की ओर ले जाएगा।

    हमे अपने आप से केवल एक ही प्रश्न पूछना है:

    हम हमारे बच्चों को कौनसा सच सिखायेंगे?  

    अध्याय 1:

    विलेज ऑफ़ ट्रैंक्विलिटी

    मेरा नाम मोनिक हैl आज मैं आपको मेरे जीवन की असाधारण यात्रा के बारे में बताने वाली हूँ | 1972 में, गर्मी के मोसम में मेरा जन्म हुआ था, जब सूरज की पहली किरणें नज़दीकी माउंटेन टॉप्स को छु रही थी| मेरे माता पिता हिप्पी जनरेशन का हिस्सा थे; तो मैं जो बताने वाली हूँ, उसे अब आप अच्छे से समझ पायेंगे| मेरी कहानी

    ~4~

    दुनिया के उस हिस्से के बारे में है जिसे बहुत कम लोग जानते हैं| यह एक ऐसे गांव के बारे में है जिसका नाम ट्रैंक्विलिटी है, जहाँ सिर्फ आशा है, जहाँ आपको दुनिया के किसी भी प्रकार के नेगेटिव इश्यूज दिखाई भी नहीं देंगेl यह ऐसी जगह है जहाँ सब एक दुसरे की रिसपेक्ट करते हैं, प्यार और करुना से भरपूर है यह जगह, वो भी किसि भी प्रकार के छुपे मक्सद के बिनाl आप कहेंगे कि ऐसी जगह हो ही नहीं सकती, मगर मैं आपको यकीन दिला सकती हूँ कि यह जगह हैl यह जगह पहाड़ो की गहराइयों में छुपी हुई है, सबसे अलग, बाहरी दुनिया की कम्प्लेक्सिटीज़ से दूरl

    मेरे माता पिता ने इस कम्युनिटी की शुरुआत अपने चार दोस्तों के साथ की थी, जिन्हें वे 1969 की गर्मियों में वुडस्टॉक में मिले थेl आने वाले सालों में, कई अनगिनत लोग उनके साथ जुड़ने वाले थे, एक ऐसी जगह बनाने के लिए जहाँ सब कुछ बाँटा जाता था, यहाँ तक कि प्यार भीl यहाँ मैं रोमांटिक लव की बात नहीं कर रही हूँ, बल्कि आध्यात्मिक प्रेम की, जो कि सब में और सबके साथ बराबर बाँटा जाता हैl यहाँ आपको अकेलापन बिलकुल महसूस नहीं होगा और आपकी सफलता भी इसपर निर्भर करती है कि आपने दूसरों को सफल होने में कितनी मदद कीl

    ट्रैंक्विलिटी, कैनेडियन रॉकी माउंटेन्स की गहराइयों में स्थित हैl हमारे गांव में पहुँचने के लिए एक ही रास्ता है, आपको एक 4 व्हील ड्राइव कार की ज़रूरत होगी, और आपको पर्वतों में से जो पुराना रास्ता निकलता है वह लेना होगाl हमारा शहर अल्बर्टा, कनाडा में बानफ के नोर्थ-वेस्ट में लगभग 60 मील की दूरी पर स्थित हैl ट्रैंक्विलिटी खुबसूरत है, इस की चारों ओर रॉकी माउंटेन्स की हाई पीक्स है,

    ~5~

    जो लगभग पूरा साल बर्फ से ढकी रहती हैl पानी की एक धारा, जो पहाड़ों की एक पीक के पास से निकलती है और हमारे टाउन में से पास होती है, जो यहाँ के सराउंडिंग्स को आइड्यलिक बनाती हैl उस धारा में मछलियाँ भी है, जिन्हें हम पकड़ने के तुरंत बाद पकाते हैं और बाद में लज़ीज़ खाने का मज़ा लेते हैंl

    यह ट्रैंक्विलिटी टाउन ऑलमोस्ट 50 साल पहले स्थापित किया गया था, उस वक्त यानी 1970 की शुरुआत में हिप्पी रिवोल्यूशन हाइट पर थाl जब यह जगह स्थापित हुई तब सिर्फ 6 लोग ही थे, लेकिन तब से बढ़कर अभी करीब 1000 लोग हैं, इनमें बच्चे और बच्चों के बच्चे भी शामिल हैंl

    मैं यह कहानी इस लिए लिख रही हूँ ताकि आप सभी को पता चल पाए कि आप सेल्फलेस लाइफ़ भी जी सकते हैं, जहाँ दूसरों के लिए परवाह और करुणा खुद के सर्वाइवल से ज्यादा ज़रुरी हैl 21 साल तक मैं सिर्फ इसी जगह में रही हूँl मैं बाहरी दुनिया के बारे में बहुत कम जानती थी | जितना भी जानती थी वह इस लिए क्यूंकि हम बानफ में कुछ सप्लाइज खरीदने या हमारी बनाई हुई चीज़े बेचने जाते थे या कभी हमारे गार्डन्स के सरप्लस प्रोडूस को बेचने जाते थेl

    जब मैं 21 साल की हुई तो मुझे हमारी कम्युनिटी के आइसोलेटेड शेल्टर को छोड़कर बाहर की दुनिया देखने और जानने की बड़ी इच्छा हुईl 21वा साल पूरा होते ही, मैं न्यू यॉर्क सिटी गयी,

    ~6~

    जहाँ मैं मेरे अंकल के साथ लगभग एक साल तक रहने वाली थी l उस एक साल के बाद, ट्रैंक्विलिटी वापस जाने से पहले, मैंने दुनिया को थोडा ओर एक्स्प्लोर करने का फैंसला किया, और मैं एक ओर साल अपने बेस्ट फ्रेंड के साथ दुनिया की अलग अलग जगहों पर गयी मगर उसके बारे में हम इस स्टोरी में आगे बात करेंगेl

    मेरे लिए ये समझना आसन नहीं था कि जो लोग ट्रैंक्विलिटी में नहीं रहते हैं, उनकी ज़िन्दगी कितनी मुश्किल है| जो कहानियाँ मैंने अपने माता पिता और गाँव में रहने वाले लोगों से सुनी थी, उस हिसाब से जीने के लिए बाहरी दुनिया काफी हार्श और डरावनी जगह थीl जब हम बानफ जाते थे, तो मैं अक्सर लाइब्रेरी जाती थी, जहाँ मैं दुनिया में क्या चल रहा है उसका पता लगा सकती थी l मैंने वॉर, किल्लिंग्स, होमलेसनेस, डर, भूख, ग्लोबल वार्मिंग, पक्षपात, आदि के बारे में पढ़ाl यह जान कर मेरा दिल टूट गया कि कितने सारे लोग ज़िन्दा रहने के लिए हर रोज़ स्ट्रगल करते हैंl आमतौर पर यह लोग अक्सर अकेले ही होते हैं, उनका कोई नहीं होता, कुछ फैमिली मेंबर्स को छोड कर , जो उन्हें उनके जीवन में आने वाली मुसीबत के वक्त मदद कर सकेl

    ट्रैंक्विलिटी में जीवन बहुत अलग हैl भले ही वहाँ अभी 1000 निवासी हैं, लेकिन हर एक चीज़ सब में बांटी जाती हैl कोई अकेला नहीं है, क्यूंकि हमारी कम्युनिटी में, हम एक दूसरे की हमेशा मदद करते हैंl आज मैं आपको मेरे जीवन की कहानी के बारे में बताउंगी  और हर किसी की ज़िन्दगी कैसी हो सकती है अगर हम सच्चे दिल से उनकी परवाह करे और मदद

    ~7~

    करें, ना कि दुनिया में जिंदा रहने के लिए कम्पीट करे उसके बारे में भी बताऊंगाl जीवन को इतना कठिन नहीं होना चाहिएl दूसरों ने जो संघर्षों का सामना किया है, और मैंने बानफ में लाइब्रेरी में जो पढ़ा है, अगर हम केवल भय को प्रेम से और स्वार्थ को निस्वार्थता से बदल दें, तो ऐसा किसी को नहीं सेहना पड़ेगा। और यह बात ट्रैंक्विलिटी के छोटे से कोम्युनल गाँव, जहाँ मेने अपना पूरा जीवन बिताया, के हर एक इन्सान के डीएनए का हिस्सा बन चुकी हैl

    मेरे माता – पिता और उनके दोस्तों का यह मानना था कि यूनिवर्सल लव एक्सप्रेस करना और एक सार्थक जीवन जीना संभव है, जिसमें सब कुछ समान रूप से शेयर किया जा सकता हैl अपने दोस्तों के साथ, उन्होंने दुनिया की सभी समस्याएँ और डिस्ट्रेक्शंस से दूर एक कम्युनिटी शुरू करने के लिए एक आइडियल जगह की तलाश में, नोर्थ अमेरिका की यात्रा की। वियतनाम में उस वक्त हिस्ट्री का बड़ा युद्ध चल रहा था, साथ ही सिविल राइट्स के लिए स्ट्रगल चल रहे थे जिस का कारण नॉन वाइट लोगों और ऐसे लोग जो देश चलाने वाले लोगों की तरह नहीं दिखते थे, उनके खिलाफ डिस्क्रिमिनेशन हो रहा थाl यह और कई अन्य संघर्ष जो मेरे माता-पिता ने दुनिया में देखे, उससे उन्होंने उस दुनिया को पीछे छोड़ने का फैसला कियाl

    ट्रैंक्विलिटी की यह कहानी ‘अ विलेज ऑफ़ हॉप’ की कहानी है, और वो भी एक

    Enjoying the preview?
    Page 1 of 1