Yaadein
By AMAN ALOK
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About this ebook
"यादें" वो हर पल की एहसास से निकल कर जिस जहन में जाएगी, समझो उस रूह को वो कितनी खुबसूरत बनाएगी।
"यादें" उन तमाम बिताए हुए पलों को संजोग कर एक लम्हा और एक ऐसी साया बना रही है जिस सायें में हम, आप और मोहब्बत से बँधी वो सारी डोर बसना चाहती है। आप भी अपने कल को बेहतर पाओगे, जब आप अपनी यादों के सहारे अपनी मोहब्बत जताओगे।
"यादों के सहारे ही हम अपनी मोहब्बत निभाएंगे,
तुम आशिक बदलना और हम तुम्हें अपनी याद बनाएंगे।।"
AMAN ALOK
Hey, I am Aman Alok, the Author of this book. I am very passionate ana a bit emotional too. I love and take care of my family.
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Yaadein - AMAN ALOK
"यादें" वो हर पल की एहसास से निकल कर जिस जहन में जाएगी, समझो उस रूह को वो कितनी खुबसूरत बनाएगी।
यादें
उन तमाम बिताए हुए पलों को संजोग कर एक लम्हा और एक ऐसी साया बना रही है जिस सायें में हम, आप और मोहब्बत से बँधी वो सारी डोर बसना चाहती है। आप भी अपने कल को बेहतर पाओगे, जब आप अपनी यादों के सहारे अपनी मोहब्बत जताओगे।
"यादों के सहारे ही हम अपनी मोहब्बत निभाएंगे,
तुम आशिक बदलना और हम तुम्हें अपनी याद बनाएंगे।।"
Aman Alok
***
निकला था मंजिल को पाने के लिए,
और रास्ते में उनका दीदार हो गया।
मंजिल का तो अब पता नहीं,
पर मुझे उनसे प्यार बेसुमार हो गया।।
***
***
करूँ खुदा से इबादत,
ताउम्र तुझे खुशियाँ मिलती रहे।
तेरी हँसी भी उतनी ही हसीन हो,
की तू हँसे,
और चेहरे मेरी खिलती रहे।।
***
***
यूँ ही इबादत करे तू खुदा से,
उसे पाने की...
और खुदा भी उसे तेरे हिस्से में दे दे,
क्या यह मंजूर है तेरे इश्क को?
थोड़ा सब्र तो रख ग़ालिब,
वो मिलेगी जरूर तुझे,
एक ना एक दिन...
पर थोड़ा,
तेरे हौसलों का भी इंतहां तो हो जाने दे।।
***
***
मैं कफन में सिमटा,
मौत को गले लगा चुका था।
और वो बेवफा अभी भी यही कहे जा रही थी,
"की मैंने तो नहीं कहा उससे,
की वो मुझसे ही प्यार करे।
चलो अच्छा हुआ,
एक और आशिक तबाह हुआ,
मेरे हुस्न कि वार से।।"
***
***
ज़मीन पर मुक्म्मल तो नहीं हुई इश्क मेरी,
शायद सितारों के बीच ही तुम्हें पाना होगा।
इसके लिए तो सबसे पहले,
मुझे नींद कि आगोश में जाना होगा।।
***
***
आज खुश रहने दो उसे किसी और कि बाहों में,
क्योंकि पता है मुझे कि,
वो एक दिन लौट कर मेरे पास ही आएगी।
जब उसकि आँसुओं कि कदर,
उसे,
मेरे हथेली पर नजर आएगी।।
***
***
जहर से भी ज्यादा तकलीफ देगी,
जब वो मेरे मौत पे मुझे ही नजरअंदाज करेगी।
***
***
बेचैन वो होती है,
दिल तुम्हारा टूटता है।
खामोश वो रहती है,
दिल तुम्हारा रूठता है।
दर्द उसे होती है,
दिल तुम्हारा रोता है।
अक्सर एक तरफा मोहब्बत में,
सिलसिला ए-एहसास का,
लगातार होता है।
***
***
मैंने भी हँसकर कह दिया उससे,
मेरी जिंदगी से दूर हो जाओ।
और वो एक पल में,
मुझसे मिलों दूर हो गई।
शायद उसे आज,
मुझसे भी बड़ा पागल मिल चुका था।
जो उसे,
मुझसे भी ज्यादा प्यार करता होगा।।
***
***
पहले तबाह तो हो जाने दो मुझे,
मैं खुद एक दिन संभल जाऊँगा।
ज्यादा नहीं तो क्या होगा,
कभी खुद में ही दफन हो जाऊँगा।।
दिल का भी यहीं कहना है अब तक,
उसे छोड़कर