हर्फ
By सैयद नियाज़
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About this ebook
हर्फ़" लेखकों के एक विविध समूह द्वारा लिखी गई साहित्यिक कृतियों का संकलन है, जिनमें से प्रत्येक ने अपनी-अपनी सामग्री में योगदान दिया है। पुस्तक खुले अंत वाली है, इसलिए प्रत्येक लेखक अपने विचारों और दृष्टिकोणों का पता लगाने के लिए स्वतंत्र है।
पुस्तक के भीतर, आपको कविता, शायरी से लेकर निबंध और यहां तक कि कुछ प्रयोगात्मक कार्यों तक, साहित्यिक विधाओं की एक विस्तृत विविधता मिलेगी। "हर्फ़" की सामग्री विभिन्न विषयों, भावनाओं और अनुभवों की खोज करती है, और विचारोत्तेजक है। "हर्फ़" शब्दों के जादू की खोज करता है और वे हमें कैसे प्रभावित और मोहित कर सकते हैं। प्रत्येक लेखक सुंदर साहित्यिक कलात्मकता का ताना-बाना बुनते हुए, अपनी शैली और आवाज से पुस्तक में योगदान देता है।
"हर्फ़" में आपको कल्पना की एक दुनिया मिलेगी जहां शब्द पूरे ब्रह्मांड का निर्माण कर सकते हैं, हमारे दिलों को छू सकते हैं और हमारी पारंपरिक सोच को चुनौती दे सकते हैं। "हर्फ़" न केवल प्रत्येक लेखक की प्रतिभा का जश्न मनाता है, बल्कि भाषा की शक्ति का भी जश्न मनाता है।
चाहे आप एक आत्म विश्लेषणात्मक पाठ, एक प्रेरणादायक पाठ, या वास्तविकता से एक मज़ेदार पलायन की तलाश में हों, "हर्फ़" में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। विविध प्रकार के लेखकों और एक खुले विषय के साथ, यह संग्रह लिखित शब्दों की दुनिया में एक रोमांचक यात्रा का वादा करता है।
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Book preview
हर्फ - सैयद नियाज़
About the anthology.
Harf
is an anthology of literary works written by a diverse group of writers who have each contributed their own content. The book is open-ended, so each writer is free to explore their own ideas and perspectives.
Within the book, you will find a wide variety of literary genres, from poetry, Shayari to essays and even a few experimental works. The content in Harf
explores different themes, emotions, and experiences, and is thought-provoking. Harf
explores the magic of words and how they can transport and captivate us. Each writer contributes to the book with their own style and voice, weaving a tapestry of beautiful literary artistry.
In Harf,
you will find a world of imagination where words can create entire universes, touch our hearts, and challenge our conventional thinking. Harf
not only celebrates the talent of each writer, but also the power of language.
Whether you’re looking for an introspective read, an inspiring read, or just a fun escape from reality, Harf
has something for everyone. Featuring a wide variety of writers and an open theme, this collection promises to be an exciting journey into the world of the written word.
हर्फ़
लेखकों के एक विविध समूह द्वारा लिखी गई साहित्यिक कृतियों का संकलन है, जिनमें से प्रत्येक ने अपनी-अपनी सामग्री में योगदान दिया है। पुस्तक खुले अंत वाली है, इसलिए प्रत्येक लेखक अपने विचारों और दृष्टिकोणों का पता लगाने के लिए स्वतंत्र है।
पुस्तक के भीतर, आपको कविता, शायरी से लेकर निबंध और यहां तक कि कुछ प्रयोगात्मक कार्यों तक, साहित्यिक विधाओं की एक विस्तृत विविधता मिलेगी। हर्फ़
की सामग्री विभिन्न विषयों, भावनाओं और अनुभवों की खोज करती है, और विचारोत्तेजक है। हर्फ़
शब्दों के जादू की खोज करता है और वे हमें कैसे प्रभावित और मोहित कर सकते हैं। प्रत्येक लेखक सुंदर साहित्यिक कलात्मकता का ताना-बाना बुनते हुए, अपनी शैली और आवाज से पुस्तक में योगदान देता है।
हर्फ़
में आपको कल्पना की एक दुनिया मिलेगी जहां शब्द पूरे ब्रह्मांड का निर्माण कर सकते हैं, हमारे दिलों को छू सकते हैं और हमारी पारंपरिक सोच को चुनौती दे सकते हैं। हर्फ़
न केवल प्रत्येक लेखक की प्रतिभा का जश्न मनाता है, बल्कि भाषा की शक्ति का भी जश्न मनाता है।
चाहे आप एक आत्म विश्लेषणात्मक पाठ, एक प्रेरणादायक पाठ, या वास्तविकता से एक मज़ेदार पलायन की तलाश में हों, हर्फ़
में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है। विविध प्रकार के लेखकों और एक खुले विषय के साथ, यह संग्रह लिखित शब्दों की दुनिया में एक रोमांचक यात्रा का वादा करता है।
Index :
Syed Md. Niaz
Vineeta Panchal
Shivani Goyal
Shilpa Yadav
Shakila Shikalgar
Poonam Atrey
Pooja Gaikwad
Nazuk
Mrunal Aradwad
Monika Gera Jindagi
Malwinder kaur
Kiran Yadav
Hema Shakya
Chandni Singh
Bushra Tazmiya Anwar
Aditi Jain
Nayra
Pragya Shukla
Rupam Sharma
Aeraf Ara
Syed Md. Niaz
Syed Md. Niaz was born on 16th Feb in Kolkata, West Bengal. He has loved to write shayaris, 2 liners, and stories on Facebook, Instagram, and the Nojoto App since 2013.
He completed his schooling from Kendriya Vidyalaya ,Ballygunge-Kolkata, and post graduation in Computer Science.
He also founded an NGO called Unnatii-The Upliftment Foundation
a Youth non-profit/non-govt. The organization established in Kolkata, India in May 2020 mainly works for child education, health, and women empowerment.
He wrote his debut book Life A Colorful Journey
as a co-author in 2021 with Shahanshah Publications.
Alfaaz_e_shukoon.harf, a poetic Group founded by Niaz in 2018 is a Poetry group for
writers where he usually uploads voice notes or videos of poets every week on their YouTube channel, Facebook group, and Instagram.
Alfaaz_e_shukoon.harf, organizes various contests every weekend over Nojoto App and Facebook group.
Email: niazakhter@gmal.com
Instagram: @alfaaz_e_sukoon.harf
Facebook: www.facebook.com/groups/alfaaaaz
दीवारों के भी कहां कोई कान है
दरवाजों का क्या है,
यह तो बेजान है,
दीवारों के भी कहा कोई कान है ।
रोज़ खाती हूं मैं मार, रोटी के सिवा।
श्रृंगार की लालिमा, बिना श्रृंगार के मिल जाती है
और मेरे, माथे की बिंदी, मेरी खून से बन जाती है।
दरवाजों का क्या है,
यह तो बेजान है,
दीवारों के भी कहा कोई कान है ।
और मेरे बिखरे बाल, मेरी खूबसूरती निखार देती है।।
जब उसकी मुट्ठी में यह भार जाति है।
उसे पसंद नहीं, मेरी हरी हरी कांच की चूड़ियाँ ।
जो कलाई में मेरी तोड़ी जाती है ।
और वो देख खून मेरी कलाई में
खुश खुश सा नजर आता है ।
दरवाजों का क्या है,
यह तो बेजान है,
दीवारों के भी कहा कोई कान है ।
हम गरीब लोग है
हम बड़े मनहूस लोग है,
हम गरीब लोग है ,
ये कहा था, कल उसने अपनी कोठी के खिड़की से।
की, हम बड़े मनहूस लोग है
हम गरीब लोग है।
गुरूर और घमंड ये, खानदानी होता नही।
और हर दौलतमंद खानदानी होता नही।
मेरे खून की कमाई
कभी मुलाकात होगी,
तो यह सवाल भी पूछा जाएगा।
कि, आए जिंदगी तुझे मुझसे क्या गिला है।
सब तो मौजूद है मेरे शहर में, बिना मेरे।
कि मुझे ही मेरे आशियाने से रुखसत किया जाएगा।
और इलज़ाम यह भी लगाया जाएगा।
की थी दौलत की भूख।
देख तेरे घर का चूल्हा,
मेरे खून की कमाई से जलाया जाएगा।
मुझे छू कर यह बताओगी क्या?
मेरे होने का अहसास, तुम मुझे बताओगी क्या!
क्या, मैं मर गया, मुझे छू कर यह बताओगी क्या?
दफन करना मुझे यह रवायत है दुनिया की!
मेरे सीने से लग कर, तुम एक आंसू बहाओंगी क्या?
खामोश रहूँगा मैं, की मौत मेरी, तेरी मेहरबानी से मिली
मेरे दफन होते ही, दूसरा घर बसाओगी क्या?
मेरे होने का अहसास, तुम मुझे बताओगी क्या!
क्या, मैं मर गया, मुझे छू कर यह बताओगी क्या ?
झूठी थी तेरी मोहब्बत .
तेरे जिस्म में, यह खुशबू किसकी है, मुझे बताओगी क्या?
मेरे ज़िंदा रहते,यह मकान, घर बन ना सके.
अब इन घरों में, दीवार उठाओगी क्या?
मेरे होने का अहसास, तुम मुझे बताओगी क्या!
क्या, मैं मर गया, मुझे छू कर यह बताओगी क्या?
तमाशा जिस्म का
(जुलाई 2023 यह तो सबको याद होगा मणिपुर में क्या हुआ था इस