मेरे ख़यालात
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दीपक प्रजापत "निर्मोही " राजस्थान के जैसलमेर जिले से सम्बन्ध रखते है और राजस्थानी और हिंदी कविता के लेखन में कार्यरत है | हिंदी और राजस्थानी में लिखी लेखक की शानदार 10 कविताओ का संकलन कवि अपनी इस पुस्तक में किया है जो आपको बेहद रोमंचित और रूमानियत से भर देगी | लेखक जैसलमेर और राजस्थान से जुडी सांस्कृतिक गतिविधियों का अध्ययन कर उन्हें कविता के रूप में मूर्त रूप देने का सफल प्रयास कर रहे है जो पाठक इस अंश में अनभुव कर सकते है और इन्हें पढ़कर प्रेम और प्रणय की सुन्दर दास्तान से अभिभूत हो सकते है |
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दीपक प्रजापत "निर्मोही " राजस्थान के जैसलमेर जिले से सम्बन्ध रखते है और राजस्थानी और हिंदी कविता के लेखन में कार्यरत है
आप अभी शिक्षा के क्षेत्र में शोध कार्य में व्यस्त है और राजस्थानी और हिंदी के सम्मिश्रण से किस प्रकार सरल और सुरस कविताओ का लेखन किया जा सकता है इस हेतु निरंतर प्रयासरत है
वे जैसलमेर और राजस्थान से जुडी सांस्कृतिक गतिविधियों का अध्ययन कर उन्हें कविता के रूप में मूर्त रूप देने का सफल प्रयास कर रहे है जो पाठक इस अंश में अनभुव कर सकते है और इन्हें पढ़कर प्रेम और प्रणय की सुन्दर दास्तान से अभिभूत हो सकते है |
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