Discover millions of ebooks, audiobooks, and so much more with a free trial

Only $11.99/month after trial. Cancel anytime.

पहले पन्ने
पहले पन्ने
पहले पन्ने
Ebook32 pages12 minutes

पहले पन्ने

Rating: 0 out of 5 stars

()

Read preview

About this ebook

इस पुस्तिका में लेखक के कुछ लघु उपन्यासों के पहले पाठों को प्रस्तुत किया है। ये पढ़ने में लघु कथाओं सा आनंद देते हैं और उन कहानियों का परिचय देते हैं जिंनका वे अंश हैं ।

LanguageEnglish
Release dateFeb 10, 2021
ISBN9781393954538
पहले पन्ने
Author

Ravi Ranjan Goswami

Ravi Ranjan Goswami is a native of Jhansi, Uttar Pradesh, India.  He is a retired Indian Revenue Service officer,and former  Assistant Commissioner of Customs at Cochin. He writes poetry in Hindi and fiction in Hindi and English. He especially enjoys telling stories.

Read more from Ravi Ranjan Goswami

Related to पहले पन्ने

Related ebooks

Short Stories For You

View More

Related articles

Reviews for पहले पन्ने

Rating: 0 out of 5 stars
0 ratings

0 ratings0 reviews

What did you think?

Tap to rate

Review must be at least 10 words

    Book preview

    पहले पन्ने - Ravi Ranjan Goswami

    आमुख

    इस पुस्तिका में लेखक के कुछ लघु उपन्यासों के पहले पाठों को प्रस्तुत किया है। ये पढ़ने में लघु कथाओं सा आनंद देते हैं और उन कहानियों का परिचय देते हैं जिंनका वे अंश हैं ।

    1 अष्ट योगी पाठ 1

    मई २०१३

    हिमालय की एक बर्फीली गुफा में दो किशोर साधक शंकर और पारस ध्यान में लीन थे।  दोनों समान वयस के थे। दोनों की आयु करीब पंद्रह वर्ष की थी। शंकर लम्बा,सांवला हल्की मुस्कराहट लिये चहरे वाला नवयुवक था। जबकि पारस औसत लंबाई का गोरा नव युवक था। शंकर की नाक थोड़ी चौड़ी थी आँखें बड़ी और काली जबकि पारस की नाक पतली और आगे तोते की तरह मुड़ी थी एवं आंखे बड़ी और नीली थीं। दोनों के शरीर हृष्ट पुष्ट थे। उन्होंने सूती कुर्ता और धोती पहनी थी।

    पहले शंकर ध्यान से बाहर आया। उसके थोड़ी समय बाद पारस ने आँखें खोल दीं।

    ध्यान करते वक्त उनके चेहरों पर जो शांति थी वह गायब हो चुकी थी।

    दोनों के चेहरों

    Enjoying the preview?
    Page 1 of 1