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अद्भुत शिवन्या (एक चमत्कार) उम्र 3 साल: Family/children/motherhood, #1
अद्भुत शिवन्या (एक चमत्कार) उम्र 3 साल: Family/children/motherhood, #1
अद्भुत शिवन्या (एक चमत्कार) उम्र 3 साल: Family/children/motherhood, #1
Ebook356 pages3 hours

अद्भुत शिवन्या (एक चमत्कार) उम्र 3 साल: Family/children/motherhood, #1

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बहुत ही अच्छी चल रही थी जिंदगी ।

छोटी सी बच्ची ने 3 साल की उम्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड एसक्यूसी वर्ल्ड रिकॉर्ड ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुकी और एक्टर विवेक ओबेरॉय से भी मिल चुकी इतनी छोटी सी उम्र में और इतने सारे दोस्त बना चुकी कि जहां भी जाती बस छा जाती उससे खेलने वालों की भीड़ लग जाती हर त्यौहार मनाने का शोक जन्मदिन मनाने का शौक हर बात में इंवॉल्व रहने का शौक कितना कुछ कर लेती है छोटा सा बच्चा इतने फोटो शूट इतनी सारी चीजें कर चुकी इतने फैशन शो मैं जीत चुकी स्टार किड रह चुकी इतने सारे स्कूलों की बेबी शो कंपटीशन में जीत चुकी कितना कमाल कर दिया ना इस छोटी सी बच्ची ने कई बार न्यूज़ पेपर में भी नाम आ गया कितना मन खुश होता है ना और तो और 26 जनवरी गणतंत्रता दिवस पर भी सम्मानित चीन द्वारा सम्मान प्राप्त कर चुकी कितनी बड़ी बात है ना एक छोटी सी 3 साल की बच्ची के लिए सुनकर भी आश्चर्य होता है जबकि इतना बड़ा सा तो खेलने कूदने में ही इतनी उम्र निकाल देता है।

हर कोई उससे खुश हैं हर कोई उसके साथ रहना चाहता है लेकिन मुसीबत के दिन जब शुरू होते हैं जब उसे शिक्षा दिलाने के लिए एक अच्छे स्कूल का चुनाव करना होता है और दूर होने की वजह से अच्छे स्कूल में नहीं दाखिला नहीं करवा पाते वही पास के स्कूल में दाखिला करवाने का लालच बच्चे को और माता-पिता को कितना भारी पड़ जाता है जब एक गलत स्कूल का चुनाव हो जाता है कैसे जिंदगी बदल जाती है एक आत्मविश्वास से भरा हुआ बच्चा कैसे डरपोक बन जाता है कि कमरे से बाहर निकलना ही बंद कर देता है स्कूल जाने की तो दूर की बात है जहां वह स्कूल जाने के लिए गाड़ियों के भी पीछे भागने लगता था आज वह घर से निकलने से भी डरने लगा स्कूल के नाम से भी चढ़ने लगा ऐसा क्या हो गया और फिर एक मां ने क्या कदम उठाया।

और एक बार इस डर को निकालने के बाद यह डर यहीं खत्म नहीं हो जाता एक बार फिर से बच्चे के मन पर हावी हो जाता है उस वक्त जब कोरोनावायरस की वजह से पूरी दुनिया में लोग डाउन लग गया और अंदर ही अंदर बच्चा घर में रहने लगा फिर से वही डर कितनी बड़ी मुसीबत लेकर फिर से बच्चे की जिंदगी में आ जाता है और उस वक्त उस मुकाम पर पहुंच जाता है जहां से एक डॉक्टर की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है लेकिन मां उसे नहीं संभाल पा रही और उसी वक्त सभी क्लीनिक बंद हैं और डॉक्टर देख नहीं सकते तब क्या हुआ और बच्चे की जिंदगी को एक माने कैसे वापस उसी पटरी पर लाया लेकिन जो एक बार डर बैठ गया वह बार-बार हावी क्यों हो जाता है और दलित स्कूल में करवाने पर इतने बड़े-बड़े परिणाम भुगतने पड़ते हैं और वह भी इतने समय बाद भी कैसा होना चाहिए छोटे बच्चे के लिए स्कूल क्या एक फैशनेबल और डिजाइनर वन पीस शॉर्ट कपड़े पहनने वाली प्रिंसिपल और स्टाफ होना चाहिए या एक सभ्य प्रिंसिपल और स्टाफ।

कैसा वातावरण होना चाहिए प्ले स्कूल का वहां पर क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए बच्चे को कैसे रखा जाना चाहिए यह जानकारी हर माता-पिता को होनी चाहिए।

Languageहिन्दी
Release dateNov 25, 2020
ISBN9788194927044
अद्भुत शिवन्या (एक चमत्कार) उम्र 3 साल: Family/children/motherhood, #1

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    अद्भुत शिवन्या (एक चमत्कार) उम्र 3 साल - उषा वर्मा

    Authors Tree Publishing

    KBT MIG - 8, Housing Board Colony

    Bilaspur, Chhattisgarh 495001

    Published ByAuthors Tree Publishing 2020

    Copyright © Usha Verma 2020

    All Rights Reserved.

    ISBN: 978-81-949270-4-4

    MRP: Rs. 292/-

    This book has been published with all reasonable efforts taken to make the material error-freeAfter the consent of the Author. No part of this book shall be used, reproduced in any manner whatsoever without written permission from the Author, except in the case of brief quotations embodied in critical articles and reviews. TheAuthor of this book is solely responsible and liable for its content including but not limited to the views, representations, descriptions, state-ments, information, opinions and references [content]. The content of this book shall not constitute or be construed or deemed to reflect the opinion or expression of the publisher or editor. Neither the publisher nor editor endorse or approve the content of this book or guarantee the reliability, Accuracy or completeness of the content published hereinAnd do not makeAny representations or warranties ofAny kind, express or implied, including but not limited to the implied warranties of merchantability, fitness for a particular purpose. the publisher And editor shall not be liable whatsoever for Any errors, omissions, whether such errors or omissions result from negligence, Accident, orAny other cause or claims for loss or damagesa of Any kind, including without limitation, indirect or consequential loss or damage Arising out of use, inability to use, orAbout the reliability, Accuracy or sufficiency of the information contained in this book.

    Authors Copyright Certificate and Book Clarifications by Publisher

    1. This book has been published under self-publishing, therefore, all rights of the book will remain with Author Usha Verma only, not with publisher.

    2. The copyright of this book is with the author (Usha Verma), Author Tree Publishing is the only publisher who has designed and listed this book on online book selling channels, and author can delist this book anytime and can be published with other publishers by author with different ISBN.

    3. If there is any objection to the Contents of this book or any personal/organization name, then he will contact the author directly and the author will handle the legal proceedings, which will have nothing to do with the publisher.

    So, this is an author’s copyright & legal agreement certificate for book contents and book clarifications by publisher, we hope that the author will not have used someone else's copyrighted material in this book, if done then the author will be responsible for it, which will have nothing to do with the publisher.

    चेतावनी: दोस्तों इस पुस्तक की तथा इसमें दी गई समस्त सामग्री (सभी तरह की जानकारी ) (सभी प्रकार के चित्र सहित के सर्वाधिकार) Usha Verma के पास सुरक्षित है। जो भी व्यक्ति इस पुस्तक का नाम कवर डिजाइन पुस्तक की कोई भी सेटिंग और अंदर का संपूर्ण मैटर और चित्र आदि आंशिक या पूर्ण रूप से काट छांट कर अथवा किसी भी अन्य भाषा में छापने या प्रकाशित करने का दुस्साहस करेगा तो वह कानूनी रूप से हर चीज है हानि का जिम्मेदार होगा।

    अद्भुत शिवन्या - एक चमत्कार

    उम्र 3 साल

    सफलताओं और सत्य घटनाओं पर आधारित

    एक प्रेरणादायक पुस्तक हर माता-पिता के लिए जरूरी बातें अवॉर्ड्स रिकॉर्ड्स तरक्की घटनाओं और उनका निवारण का भेद खोलती हुई यह किताब..

    हर माता-पिता के लिए एक प्रेरणादायक पुस्तक और सीख हर माता-पिता के लिए..

    संक्षिप्त विवरण

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    बहुत ही अच्छी चल रही थी जिंदगी ।

    छोटी सी बच्ची ने 3 साल की उम्र में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड एसक्यूसी वर्ल्ड रिकॉर्ड ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुकी और एक्टर विवेक ओबेरॉय से भी मिल चुकी इतनी छोटी सी उम्र में और इतने सारे दोस्त बना चुकी कि जहां भी जाती बस छा जाती उससे खेलने वालों की भीड़ लग जाती हर त्यौहार मनाने का शोक जन्मदिन मनाने का शौक हर बात में इंवॉल्व रहने का शौक कितना कुछ कर लेती है छोटा सा बच्चा इतने फोटो शूट इतनी सारी चीजें कर चुकी इतने फैशन शो मैं जीत चुकी स्टार किड रह चुकी इतने सारे स्कूलों की बेबी शो कंपटीशन में जीत चुकी कितना कमाल कर दिया ना इस छोटी सी बच्ची ने कई बार न्यूज़ पेपर में भी नाम आ गया कितना मन खुश होता है ना और तो और 26 जनवरी गणतंत्रता दिवस पर भी सम्मानित चीन द्वारा सम्मान प्राप्त कर चुकी कितनी बड़ी बात है ना एक छोटी सी 3 साल की बच्ची के लिए सुनकर भी आश्चर्य होता है जबकि इतना बड़ा सा तो खेलने कूदने में ही इतनी उम्र निकाल देता है।

    हर कोई उससे खुश हैं हर कोई उसके साथ रहना चाहता है लेकिन मुसीबत के दिन जब शुरू होते हैं जब उसे शिक्षा दिलाने के लिए एक अच्छे स्कूल का चुनाव करना होता है और दूर होने की वजह से अच्छे स्कूल में नहीं दाखिला नहीं करवा पाते वही पास के स्कूल में दाखिला करवाने का लालच बच्चे को और माता-पिता को कितना भारी पड़ जाता है जब एक गलत स्कूल का चुनाव हो जाता है कैसे जिंदगी बदल जाती है एक आत्मविश्वास से भरा हुआ बच्चा कैसे डरपोक बन जाता है कि कमरे से बाहर निकलना ही बंद कर देता है स्कूल जाने की तो दूर की बात है जहां वह स्कूल जाने के लिए गाड़ियों के भी पीछे भागने लगता था आज वह घर से निकलने से भी डरने लगा स्कूल के नाम से भी चढ़ने लगा ऐसा क्या हो गया और फिर एक मां ने क्या कदम उठाया।

    और एक बार इस डर को निकालने के बाद यह डर यहीं खत्म नहीं हो जाता एक बार फिर से बच्चे के मन पर हावी हो जाता है उस वक्त जब कोरोनावायरस की वजह से पूरी दुनिया में लोग डाउन लग गया और अंदर ही अंदर बच्चा घर में रहने लगा फिर से वही डर कितनी बड़ी मुसीबत लेकर फिर से बच्चे की जिंदगी में आ जाता है और उस वक्त उस मुकाम पर पहुंच जाता है जहां से एक डॉक्टर की बहुत ही ज्यादा जरूरत होती है लेकिन मां उसे नहीं संभाल पा रही और उसी वक्त सभी क्लीनिक बंद हैं और डॉक्टर देख नहीं सकते तब क्या हुआ और बच्चे की जिंदगी को एक माने कैसे वापस उसी पटरी पर लाया लेकिन जो एक बार डर बैठ गया वह बार-बार हावी क्यों हो जाता है और दलित स्कूल में करवाने पर इतने बड़े-बड़े परिणाम भुगतने पड़ते हैं और वह भी इतने समय बाद भी कैसा होना चाहिए छोटे बच्चे के लिए स्कूल क्या एक फैशनेबल और डिजाइनर वन पीस शॉर्ट कपड़े पहनने वाली प्रिंसिपल और स्टाफ होना चाहिए या एक सभ्य प्रिंसिपल और स्टाफ।

    कैसा वातावरण होना चाहिए प्ले स्कूल का वहां पर क्या होना चाहिए और क्या नहीं होना चाहिए बच्चे को कैसे रखा जाना चाहिए यह जानकारी हर माता-पिता को होनी चाहिए।

    X

    नमस्ते दोस्तों दावा है मेरा कि आज तक ऐसी पुस्तक पूरी दुनिया में किसी ने भी नहीं लिखी होगी और ऐसी ऐसी घटनाएं ऐसी ऐसी कहानियां तरक्की के किस्से उतार चढ़ाव और वह भी एक छोटे से बच्चे के जीवन में आपने कभी भी इस तरह की जिंदगी किसी भी बच्चे की नहीं देखी होगी।

    यह किताब इसीलिए ही लिखी गई है ताकि हर माता-पिता को एक रास्ता मिले, एक ज्ञान मिले अपने बच्चे के जीवन को सफल बनाने में।

    उसके जीवन में हर मुसीबत को दूर करने में।

    बच्चा कच्ची मिट्टी होता है उसे किस तरह से एक ढांचे में डालकर तैयार किया जाता है और फिर वह क्या बनकर आता है यह माता पिता के ऊपर निर्भर करता है और यही बातें इसमें आपको सच्ची कहानियों के माध्यम से देखने को मिलेंगी।

    कैसे बच्चा दोस्ताना व्यवहार करता है।

    हमारी बातों से देखी बच्चे की जिंदगी पर कितना बुरा से बुरा प्रभाव पड़ सकता है और वही हमारी बातों से बच्चा कितना कामयाब हो जाता है सब कुछ हां जी सब कुछ माता-पिता की ऊपर ही निर्भर करता है देखेगा।

    उसके हर एक पल को कैसे कहानियों के माध्यम से संजोया गया है।

    क्या आपने कभी सुना है 1 साल का बच्चा स्कूल जाने लगा देखिए क्यों गया और इतने सारे रिकॉर्ड एक 3 साल के बच्चे ने कैसे बना दिए और एक गलत प्ले स्कूल में दाखिला करवाने का क्या नतीजा होता है और एक अकेली मां कैसे संघर्ष करती है अपने बच्चे के साथ हुई घटनाओं के खिलाफ।

    यह जिंदगी का वह अनुभव है जो हर किसी बच्चे की जिंदगी में नहीं होता है इतनी उम्र के बच्चे को खेलने कूदने में ही अपनी उम्र गुजार देते हैं।

    लेकिन इस बच्चे ने क्या क्या नहीं किया और किन-किन मुसीबतों का सामना नहीं किया।

    स्कूल में बच्चे के साथ कितना अत्याचार किया स्कूल वालों के डर से उसका जीवन एक डरपोक बच्चे मैं बदल जाए और वह घर से ही निकलना बंद कर दिया।

    बच्चों के सामने बहुत ही सोच समझ कर मुंह से शब्द निकालने चाहिए

    उन्हीं के ऊपर आधारित है यह पुस्तक।

    क्या आपके द्वारा मजाक में कहीं गई बातों का बच्चे ने दिल पर ले लिया।

    सभी को पता है लोग डाउन लग गया था 3 महीने तक और डॉक्टर की क्लीनिक सभी बंद थे और उसी वक्त जब यह बच्चा मानसिक रूप से इतना बीमार हो गया की बारिश आंधी तूफान से डरकर कांपने लगा । घर से बाहर निकलना बंद कर दिया । कई महीने तक घर के बाहर कदम नहीं रखा ।

    यहां तक की माता पिता को भी कमरे से बाहर नहीं जाने देता था एक डर की वजह से उसके मन की इस दहशत को इस डर को कैसे एक मां ने अपनी समझदारी से निकाला ।

    अगर बच्चे को बुखार जुखाम हो जाए तो आप डॉक्टर से फोन पर भी पूछ कर बच्चे को दवाई दे सकते हो लेकिन मानसिक डर को बिना डॉक्टर के कैसे निकाला इस मुसीबत का सामना कैसे कर सकते हैं।

    यह दर्दनाक लम्हे बच्चे की जिंदगी में आने का कारण सिर्फ और सिर्फ एक गलत स्कूल में दाखिला करवाने करवाना है । इसलिए हमेशा सोच समझ कर ही बच्चे की लिए सही स्कूल का चुनाव करें।

    वरना स्कूल वाले गुनाह करके भी साफ बच जाते हैं और माता पिता ध्यान ना देने के कारण अपने बच्चे को खूब ही सकते हैं किन बातों का ध्यान रखना चाहिए स्कूल में दाखिला करवाने से पहले इसी तरह की कहानियां है इस पुस्तक में

    जब 1 बच्चे के जीवन में कोई भी परेशानी आ जाती है तो मां को लगता है की कोई मुझे मेरे इस मेरे बच्चे की इस परेशानी का हल बता दे और फिर वह इंटरनेट का सहारा लेती है कभी फेसबुक का सहारा लेती है अब कभी अपनी सहेलियों से पूछती है कभी रिश्तेदारों से पूछती है और अपने बच्चे को उस परेशानी से निकालती है । अगर कोई आपको बताने वाला नहीं मिलता तो आप यह पुस्तक पढ़ कर ज्ञान प्राप्त कर सकती हैं।

    सभी माता-पिता अपने बच्चे को एक सफल इंसान बनाना चाहते हैं उसकी दुनिया में एक अलग पहचान बनाना चाहते हैं लेकिन इस दुनिया में कोई नहीं चाहता कि आपका बच्चा उसके बच्चे से आगे बढ़े ।

    और अगर कोई भी इंसान उसी विषय पर एक किताब लिख रहा है तो समझ लेना चाहिए कि वह भी इसी दौर से गुजरा होगा उसे भी किसी की सहायता नहीं मिली होगी और उस कमी को पूरा करने के लिए फिर वह एक किताब लिखता है अपने तजुर्बे से ताकि जिन मुसीबतों से वह गुजरा है दूसरा और कोई इंसान न गुजरे और यह किताब उसका मार्गदर्शन करें। यही उद्देश्य होता है एक लेखक का।

    इस पुस्तक में एक बच्चे के जन्म से लेकर 3 साल तक की अलग-अलग कहानियां है।

    कहानी तो बच्चे की है लेकिन उससे सीख सभी माता-पिता को मिलती है।

    बच्चे के जीवन में इतनी कठिनाइयां आती है कि अगर कोई कमजोर दिल की मां होती तो रो-रो कर ही मर जाती। लेकिन इस माने बहुत हिम्मत दिखाई हर कदम पर हर रास्ते पर।

    तभी तो एक बच्चा कई रिकार्ड बना लेता है 3 साल की उम्र में-

    इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड एक्सक्लूसिव वर्ल्ड रिकॉर्ड ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड।

    बेबी ओलंपिक गेम गोल्ड मेडलिस्ट।

    कई ड्राइंग कंपटीशन जीतना

    30 बेबी शो कंपटीशन में जाकर जाकर जीतने की   कहानियां।

    लॉकडाउन में ऑनलाइन कई कंपटीशन में भाग लेना।

    दोस्तों की टीम बना लेना

    दोस्ती का जीवन में क्या महत्व होता है यह समझाना।

    तेरी फैशन शो की मनोरंजक कहानियां।

    एक्टर विवेक ओबेरॉय को फूल देना और उनसे मिलने की खट्टी मीठी कहानी।

    माता पिता को महत्वपूर्ण सीख

    रूठे हुए बच्चे को मनाना।

    उसे सफल बनाने के तरीके।

    जन्मदिन मनाने के तरीके और दिए गए स्पेशल गिफ्ट और केक के डिजाइन और सजावट के तरीके।

    बच्चे की फोटो शूट करने के तरीके।

    जन्माष्टमी पर कृष्ण जी बनाने के तरीके।

    बच्चे के जीवन में आई कठिनाइयों को दूर करने के तरीके।

    यह पुस्तक उन अत्यंत प्रभावशाली पुस्तकों में से एक है जो बच्चों को सफलता की ओर ले जाने में सभी माता-पिता को सही राह दिखाती है जो अपने बच्चे को जन्म से ही सफल बनाने के बारे में सोचने लगते हैं

    मेरा पूरा दृढ़ विश्वास है कि जो भी इस पुस्तक को पढ़ने के बाद सभी माता-पिता अपने बच्चे का जीवन जरूर सफल बनाएंगे और ऐसी ऐसी जानकारियों से अवगत होंगे जिनके बारे में आज तक बहुत से माता-पिता ने कभी किसी पुस्तक में भी नहीं पढ़ा होगा और बहुत से माता-पिता गलत स्कूल का चुनाव कर लेते हैं जिसकी वजह से वह अपने बच्चों को जीवन भर के लिए खो देते हैं और स्कूल वाले साफ बच जाते हैं एक छोटे से बच्चे ने 3 साल की उम्र में इतने सारे रिकॉर्ड क्यों और कैसे बनाएं बच्चे के गुणों के बारे में बच्चे की जिंदगी के बारे में उससे मिलने वाले माता-पिता को सबक के बारे में और बच्चे के साथ होने वाली घटनाओं के बारे में उसको उस भंवर से निकालने के बारे में उसके डर को लॉकडाउन के दौरान किसी डॉक्टर की अनुपस्थिति में किस तरह से निकाला गया लॉकडाउन के दौरान घर में रहने पर ऑनलाइन कंपटीशन के बारे में एक्टर विवेक ओबेरॉय कैसे मिले उनसे मिलकर क्या हुआ उस मुलाकात के बारे में अलग-अलग कहानियां के माध्यम से समझाया गया है दिखाया गया है एक 3 साल के बच्चे के जीवन में क्या क्या हुआ बहुत सारी घटनाएं हैं सबक सीख है माता पिता के लिए । इन कहानियों को पढ़ने के बाद काफी ज्ञान प्राप्त होगा आप सबको..

    इस बच्चे से इसके बारे में और बच्चे का गलत स्कूल में एडमिशन करवाने पर क्या क्या घटना घटित हुई, के बारे में। एक सीख हर माता-पिता के लिए कुछ जरूरी बातें जो कि हर माता-पिता को पता नहीं होती हैं और जो उन्हें पता होनी ही चाहिए। यह सब इस पुस्तक में बताया गया है छोटी-छोटी बातें हैं जो बहुत महत्वपूर्ण होती है।

    सभी माता-पिता के लिए और तरक्की के रास्ते पर चलने के दौरान आने वाली मुसीबतों के बारे में बहुत सी बातें लिखी गई हैं।

    मां बाप चाहते हैं कि अपने बच्चे का भविष्य सुधार सकें बेटा या बेटी एक दिन बहुत ही काबिल इंसान बने लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता कि बच्चे को कैसे काबिल बनाए। सोचने से कुछ नहीं होता रास्ता दिखाने वाला कोई नहीं होता तो तब यह किताबें ही वह माध्यम बनती हैं और माता पिता ऐसी किताबें ढूंढने में लग जाते है क्योंकि सभीअपने बच्चे को कामयाब बनाना चाहते है।

    X

    कविताएँ

    X

    इतना आसान नहीं होता,

    अपने बच्चे की जिंदगी को,

    यू सरेआम पन्नों पर उतार देना ।

    मकसद है सिर्फ मेरा,

    माता पिता को सही रास्ता दिखाना।

    O

    खुशनसीब होते हैं

    वह माता-पिता,   

    बेटी के नाम से

    पहचाने जाते हैं, ।

    जिस घर होती बेटी,

    नसीब वाले होते हैं ।

    लोग कहते हैं कि,

    पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं ।

    हम कहते बेटी हो या बेटे

    नाम रोशन करने वाले,

    होते सबसे निराले

    जन्म से ही दिख जाते हैं ।।

    लेखिका के बारे में

    X

    घर की रखवाली, बच्चों की बॉडीगार्ड, परिवार की केयर टेकर, सफाई वाली, खाना बनाने वाली, चाय नाश्ता सब बनाने वाली, बर्तन साफ करने वाली, कपड़े धोने प्रेस करने वाली, कोई मेहमान के आ जाने और त्योहारों पर एक्स्ट्रा काम करने वाली है । ओवरटाइम करने वाले, 24/ 7 घंटे की ड्यूटी करती है।

    फिर भी वह घर की महारानी कहलाती है। और उसका दूसरा रूप है।

    इसके अलावा टाइम मिले तो, यूट्यूब चैनल बनाती है अपना बनाती है बच्चे का बनाती है,

    कविता लिखकर स्टोरी मिरर ऐप पर पब्लिश करती है। ब्लॉगिंग भी की कुछ वक्त।

    वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए कविता देकर रिकॉर्ड बना चुकी है । कविता किताब में छप चुकी है।

    अयोध्या जन्म भूमि वाले दिन 5 अगस्त 2020 को 12000 फोटो पीवीसी खींचकर एक अलग पहचान बना चुकी है वह पेपर में भी आ चुका है। कौन बन सकता है लेकिन अभी बेटी के लिए कुछ करना है पहले।

    कई किताबों की कहानियां लिख रही थी लेकिन उन्हें छोड़कर पहले अपनी बच्चे के 4th जन्मदिन और उसे तोहफा देने के मकसद से उसके लिए किताब लिखने लगी।

    रैप सॉन्ग भी बनाती हैं, जिसका यूट्यूब चैनल भी शुरू कर दिया था लेकिन इस किताब को लिखने की वजह से अभी सभी चीजें रोक दी हैं। यह पुस्तक में अगस्त में पूरी हो चुकी थी लेकिन कहीं हो गई यह कह सकते हैं डिलीट हो गई जिसके कारण फिर से बनानी पड़ी और इतना टाइम लग गया। अभी कई रिकॉर्ड बनाने जा रही थी लेकिन सबसे पहले इस किताब को लिखकर छपवाने का जो सपना देखा है और उसे पूरा करने का निश्चय कर लिया चाहे फिर इसके लिए सभी चीजें छोड़नी पड़ी।

    कभी भी कुछ भी करने के लिए या अपनी पहचान बनाने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती। अगर इंसान का किसी भी उम्र में दिल जवान और सोच पॉजिटिव है और इरादे पक्के हैं तो वह कभी भी कुछ भी कर सकता है

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