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प्यार, गुनाह और ज़िंदगी - चैप्टर 1
प्यार, गुनाह और ज़िंदगी - चैप्टर 1
प्यार, गुनाह और ज़िंदगी - चैप्टर 1
Ebook68 pages1 hour

प्यार, गुनाह और ज़िंदगी - चैप्टर 1

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About this ebook

मिड ऐंड वेस्टर्न जूटलैंड बल के एक पुलिस ऑफ़िसर, जोहान बोये की मार्च की एक रात को उसके घर के सामने तेज़ रफ़्तार कार से कुचलकर हत्या कर दी जाती है। घटना स्थल पर सबसे पहले पहुँचने वालों में उसका बॉस एक्ज़ेल बोर्ग है और उसे, हत्या कितनी खौफ़नाक थी, इस बात का एहसास होता है। बोये का नौ साल का बेटा कहता है कि उसने कार और उसके ड्राइवर को देखा था। वह दावा करता है कि कार चलाने वाला आदमी एक पुलिस ऑफ़िसर था। क्या यह उस बच्चे की बस कोरी कल्पना थी? जब एक निगरानी कैमरे से बेटे की बात सही साबित होती है, तब इंडिपेंडेंट पुलिस कंप्लेंट्स कमीशन के खोजी, रोलैंडो बेनिटो को यह केस सौंपा जाता है। क्या जोहान बोये का कोई साथी इस हद तक जाकर इतनी दर्दनाक हत्या कर सकता था?
Languageहिन्दी
PublisherSAGA Egmont
Release dateNov 21, 2019
ISBN9788726230079
प्यार, गुनाह और ज़िंदगी - चैप्टर 1

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    प्यार, गुनाह और ज़िंदगी - चैप्टर 1 - – इंगर गैमलगार्ड मैडसन

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    प्यार, गुनाह और ज़िंदगी

    चैप्टर 1

    कार   का   इंजन   बंद   करते   ही   गैराज   में   सन्नाटा   छा   गया।   सिर्फ़   उसकी   तेज़   साँसों   की   आवाज़   सुनाई   पड़   रही   थी।

    गैराज   के   अंदर   आते   ही   गाड़ी   की   लाइटों   से   काम   करने   वाली   मेज़   पर   रोशनी   हो   गई   थी।   ल्यूकस   ने   बर्डहाउस   पर   काम   करने   के   बाद   सब   कुछ   ऐसे   ही   छोड़   दिया   था।   सब   जगह   बुरादा   फैला   हुआ   था   और   दीवार   पर   लगे   औ ज़ा रों   में   आरी   अपनी   जगह   पर   नहीं   थी।   लग   रहा   था   कि   ल्यूकस   ने   एक   बार   फिर   अपने   प्रोजेक्ट   पर   काम   करना   बंद   कर   दिया   था।   यह   सोचकर   उसे   थोड़ी   खुशी   हुई   कि   ल्यूकस   ने   कम   से   कम   कोशिश   तो   की।   नौ   साल   की   उम्र   वाले   लड़कों   को   ऐक्टिव   रहना   चाहिए   और   उसे   तो   मिया   की   तरह   खेल-कूद   में   भी   दिलचस्पी   नहीं   थी; मिया   हफ़्ते   में   दो   बार   वॉलीबॉल   की   प्रैक्टिस   के   लिए   जाती   थी।   हाँ, मिया   उससे   कुछ   साल   बड़ी   ज़रूर   थी।   शायद   ल्यूकस   भी   बड़ा   होकर   बदल   जाए।

    तभी   उसे   थोड़ा   गुस्सा   आने   लगा   कि   उसका   बेटा   बात   नहीं   सुनता   है   और   बेटे   को   बाप   की , यानी   उसकी   खूबियाँ   विरासत   में   नहीं   मिलीं, जैसे   कि   तेज़   रफ़्तार   से   काम   करने   वाली   उंगलियाँ   या   फिर   व्यवस्थित   तरीके   से   काम   करना।   उन   दोनों   ने   एक   साथ   दीवार   पर   औज़ारों   की   आउटलाइन   बनाई   थी।   तो, आरी   की   जगह   ढूँढकर   उसे   वहाँ   लगाना   इतना   मुश्किल   भी   नहीं   था।   उसके   पेट   में   मरोड़   उठने   लगा   और   दिल   तेज़ी   से   धड़कने   लगा।

    स्टीयरिंग   व्हील   पर   हाथ   रखकर   वह   सीट   पर   पीछे   टिक   गया, जैसे   अभी   भी   गाड़ी   चला   रहा   हो।   उसने   आँखें   बंद   करके   अपने   गुस्से   और   चिड़चिड़ाहट   से   पीछा   छुड़ाने   की   कोशिश   की।   बात   शायद   आरी   की   नहीं   थी , न   ही   बिखरे   हुए   सामान   या   ल्यूकस   की।

    उस की   समस्या   वह   खुद   था   - उसने   ज़िंदगी   में   जो   गलत   फ़ैसले   लिए   और   उसकी   कुंठाएं, बात   शायद   इनकी   थी।   पहले   जो   हुआ, शायद   न   होता   अगर   उसने   हकीकत   को   स्वीकार   लिया   होता   और   ऐलिस   को   सब   कुछ   बता   दिया   होता।   उसे   लगा   था   कि   ऐलिस   कुछ   समय   से   उस   पर   शक   करने   लगी   है।   जब   भी   वह   देर   तक   काम   करता   या   ऐलिस   को   बताता   कि   उसे   किसी   कॉन्फ़्रेंस   में   विदेश   जाना   है, ऐलिस   को   उस   पर   शक   होता।   वह   जानती   थी , पर   उसने   कभी   कुछ   नहीं   कहा।   क्या   वाकई   वह   उससे   इतना   प्यार   करती   थी? क्या   ऐलिस   को   लगता   था   कि   किसी   और   के   साथ   वह   बेहतर   ज़िंदगी   नहीं   जी   पाएगी? वह   खूबसूरत   थी , जिसके   साथ   चाहती, जा   सकती   थी।

    उसने   अपनी   आँखें   खोलीं   और   अंधेरे   में   एकटक   देखने   लगा।   ऐलिस   को   किसी   और   आदमी   के   साथ   सोचकर   ही   उसके   दिलोदिमाग   में   जलन   भर   गई ।   अचानक   उसे   लगा   कि   वह   कितना   गिरा   हुआ   इन्सान   है।   उसे   ऐसा   महसूस   करने   का   कोई   अधिकार   नहीं   था   और   न   ही   वैसा   सुकून   महसूस   करने   का, जैसा   उसे   घर   के   सामने   से   गुज़रने   पर   हुआ   था ।   घर   की   बत्तियाँ   बंद   थीं, जिसका   मतलब   था   कि   ऐलिस   और   बच्चे   सो   गए   थे।  

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